Logo
उत्तर भारत में भयंकर गर्मी के चलते पेयजल संकट भी गहराने लगा है। दिल्ली सरकार ने तो पेयजल संकट के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है। उधर, हरियाणा इस सियासत से इतर पेयजल संकट सुधारने के प्रयासों में जुटा है।

दिल्ली सरकार ने पेयजल किल्लत को लेकर हरियाणा को जिम्मेदार ठहरा दिया है, लेकिन आलम यह है कि हरियाणा में भी लोगों को पर्याप्त पेयजल नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है कि अलग-अलग जिलों में लोग सड़क जाम करके, जलघरों में ताला लगाकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। पेयजल संकट की समस्या के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने फ्री बोरवेल योजना चल रखी है। अगर इस योजना को लोगों का रुझान मिलता है, तो न केवल राज्य में बल्कि दिल्ली में भी पेयजल संकट से काफी हद तक निजात मिल जाएगी। तो चलिये बताते हैं हरियाणा सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे में...

पहले जानिये हरियाणा में भूजल स्तर कितना

जल संसाधन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के 14 जिलों में भूजल स्तर की स्थिति बेहद गंभीर है। यहां भूमिगत जलस्तर 30 मीटर से भी नीचे पहुंच चुका है। 1848 गांव रेड जोन में पहुंच चुके हैं। वहीं, 141 खंडों में से 85 ब्लॉक डार्क जोन की श्रेणी में हैं। हालात ये हैं कि हरियाणा को 34.96 लाख करोड़ लीटर पानी चाहिए, लेकिन 20.93 लाख करोड़ लीटर पानी ही उपलब्ध है।

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले दो सालों में करीब दस लाख करोड़ लीटर पानी की आवश्यकता होगी। ऐसे में सभी जिला अधिकारियों को 2025 तक भूजल में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं। इन्हीं प्रयासों में फ्री रिचार्ज बोरवेल योजना है। अब विस्तार से पढ़िये इस पूरी योजना के बारे में...

Free Borewell Yojana 2024: रजिस्ट्रेशन शुरू 

हरियाणा सरकार ने फ्री बोरवेल योजना 2024 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत प्रदेश का प्रत्येक किसान इसका लाभ प्राप्त कर सकता है। दरअसल, हरियाणा सरकार किसानों को खेतों में मुफ्त वाटर रिचार्ज बोरबेल लगाने की सुविधा दे रही है। इसका लाभ यह होगा कि बारिश के दिनों में खेतों में अधिक पानी जमा नहीं होगा और बारिश का पानी सुरक्षित रूप से भूमि में संग्रहित हो जाएगा। इसकी वजह से भूमिगत जलस्तर में सुधार आएगा, जिसके चलते पेयजल संकट से निजात मिलना तय है। 

फ्री बोरवेल योजना के लिए योग्यताएं

यह योजना केवल हरियाणा के किसानों के लिए है। प्रदेश सरकार ने अभी तक इस योजना का लाभ लेने के लिए अंतिम समयावधि नहीं बताई है। मतलब यह है कि राज्य सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना से जुड़ें ताकि भूमिगत जलस्तर में सुधार आ सके। वहीं, अत्याधिक पानी के चलते खेतों को भी नुकसान न हो। नीचे पढ़िये इस योजना के लिए क्या योग्यताएं निर्धारित की गई हैं।

  1. परिवार पहचान पत्र (पीपीपी)
  2. आधार कार्ड
  3. किसान भूमि विवरण जैसे फर्द अथवा जमाबंदी
  4. शपथ पत्र
  5. रिचार्ज बोरवेल के लिए 5 मीटर वाया 5 मीटर भूमि क्षेत्र फ्री देनी होगी
  6. इस बोरवेल और भूमि का रखरखाव आवेदक को ही करना होगा

फ्री रिचार्ज बोरवेल योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया

  1. सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग हरियाणा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. होम पेज पर महत्वपूर्ण लिंक में वाटर रिचार्ज बोरवेल पर क्लिक कर पंजीकरण करें।
  3. इसके बाद वाटर रिचार्ज रजिस्ट्रेशन फार्म आएगा, जिसमें सभी जानकारियां भर दें।
  4. सभी दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद शपथ पत्र भी सब्मिट करना होगा।
  5. आखिर में Save Information का विकल्प आएगा, इस पर क्लिक करें।
  6. इसके बाद रजिस्ट्रेशन पूरा होने का मैसेज आएगा। एक रसीद भी मिलेगी, जिसे सेव कर लें।
  7. इसके बाद संबंधित अधिकारी मौके का मुआयना करेंगे, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
  8. सभी प्रक्रिया पूरी होने में 3 से 4 दिन का समय लगेगा, इसके बाद फ्री रिचार्ज बोरबेल का काम शुरू हो जाएगा।
5379487