NEET UG Counselling in Haryana: हरियाणा के जो स्टूडेंट्स मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला लेने के इच्छुक हैं। उन स्टूडेंट्स के लिए आज 2 सितंबर से नीट यूजी काउंसलिंग राउंड-1 के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हरियाणा के डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (DMER) नीट यूजी काउंसलिंग का शेड्यूल भी ऑफिशियल वेबसाइट uhsr.ac.in पर जारी कर दिया गया है। यहां जानिए वेरिफिकेशन के दौरान विद्यार्थियों को जिन डॉक्यूमेंट्स की जरुरत होगी।
सीट अलॉटमेंट के बाद होगा वेरिफिकेशन
कॉलेज द्वारा इन डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन किया जाएगा। स्टूडेंट्स को ओरिजिनल डॉक्यूमेंट की फोटो कॉपी जमा करवानी होगी। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और शुल्क भुगतान के बाद ही स्टूडेंट्स कॉलेज में दाखिला ले सकेंगे। स्टूडेंट्स को समय सीमा के भीतर कॉलेज में रिपोर्ट करना जरूरी है। हरियाणा नीट यूजी 2024 में सीट आवंटित होने के बाद ही स्टूडेंट्स डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवा सकेंगे।
वेरिफिकेशन के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट्स
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की समय सीमा 2 से 5 सितंबर तक है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए स्टूडेंट्स को नीट स्कोरकार्ड, एडमिट कार्ड, 10वीं और 12वीं की मार्कशीट,बर्थ सर्टिफिकेट, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, निवास प्रमाणपत्र, कैटेगरी सर्टिफिकेट जैसे डॉक्यूमेंट साथ ले जाने होंगे। हरियाणा में नीट यूजी काउंसलिंग की फीस जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए 2500 रुपये तय की गई है। जबकि आरक्षित वर्ग एससी, एसटी, ओबीसी, EWS और दिव्यांग स्टूडेंट्स के लिए फीस 1250 रुपये तय की गई है।
कब हो सकती हैं सीटें रद्द ?
कॉलेज के अधिकारी ही डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन करेंगे। ताकि यह पता लगाया जा सके सभी विवरण सही है या नहीं। डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के बाद स्टूडेंट्स को दाखिले के लिए शुल्क का भुगतान करना होगा। सफल वेरिफिकेशन और शुल्क के भुगतान के बाद ही स्टूडेंट्स का कॉलेज में दाखिला सुनिश्चित होगा। अगर स्टूडेंट्स तय समय सीमा पर कॉलेज में रिपोर्ट नहीं करेंगे तो उनकी सीटें रद्द हो सकती है।