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हरियाणा बोर्ड की परीक्षा में एक 30 फीसदी से अधिक प्राथमिक शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। शिक्षा विभाग के अध्यक्ष ने इसको लेकर मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए।

Bhiwani: अब स्कूल में तैनात शिक्षकों की संख्या के 30 प्रतिशत से ज्यादा शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी के लिए रीलिव नहीं किया जाएगा। शिक्षा बोर्ड ने शिक्षकों की मांग के बाद यह निर्णय लिया है। अगर किसी प्राइमरी स्कूल के 30 फीसदी से ज्यादा स्टाफ की ड्यूटी लगी तो उनको रीलिव न किया जाए। शिक्षा बोर्ड की तरफ से प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करके कम स्टाफ वाले स्कूल की बजाए अन्य स्कूलों से परीक्षा डयूटी के लिए जेबीटी टीचर उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश दिए है। बोर्ड की तरफ से पत्र मिलने के बाद जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने सभी प्राइमरी स्कूलों के इंजार्च व डीडीओ को सूचित कर दिया है।

हरकत में आया मौलिक शिक्षा विभाग

प्राथमिक शिक्षकों की मांग के बाद मौलिक शिक्षा विभाग हरकत में आया और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने इस बारे में चेयरमैन शिक्षा बोर्ड से बात की। बात करने के बाद शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने इस बारे में शिक्षा विभाग के डायरेक्टर से बात की और प्राइमरी स्कूल के जेबीटी टीचरों की संख्या के 30 फीसदी से ज्यादा ड्यूटी न लगाने के निर्देश जारी कर दिए। हालांकि जिन परीक्षा केंद्रों पर उक्त जेबीटी टीचरों की ड्यूटी काटी जाएगी। उनकी जगह परीक्षा ड्यूटी पर जेबीटी टीचर देने की जिम्मेदारी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी की रहेगी। ताकि बोर्ड परीक्षाओं का संचालन सही ढंग से करवाया जा सके।

प्राइमरी टीचरों की ड्यूटी न लगाई जाए

राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान भूपेंद्र चाहर ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं में जेबीटी टीचरों की ड्यूटी न लगाई जाए तो बेहतर होगा। क्योंकि उनको प्राइमरी क्लास तक के बच्चों को पढ़ाना, फिर उनकी परीक्षाओं का आयोजन करवाना, रिजल्ट तैयार करना तथा अगली क्लास में दाखिला करना आदि कार्य होते है। साथ ही उनको स्कूल में क्लेरिकल कार्य भी खुद ही करने होते है। ऐसे में उनको बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी से दूर रखा जाए तो बेहतरीन होगा। उन्होंने शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन का आभार जताते हुए कहा कि उनकी मांग मान ली। जिस स्कूल में दो शिक्षक है और दोनों की ड्यूटी लगा दी तो ऐसे में किस तरह से बच्चों को पढ़ाया जा सकता है।

क्या कहते है शिक्षा बोर्ड चेयरमैन

शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. वीपी यादव ने बताया कि पहली बार जेबीटी टीचरों की परीक्षा में ड्यूटी लगाई गई है। कुछ ऐसे स्कूलों के अधिकांश जेबीटी शिक्षकों की ड्यूटी लग गई। बाद में उन्होंने इस बारे में शिक्षा विभाग के निदेशक से बातचीत की और उसके बाद केवल स्कूल में तैनात शिक्षकों की संख्या का 30 फीसदी ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। साथ ही जिन परीक्षा केंद्रों में जेबीटी टीचरों की कमी रहेगी। वहां पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी या जिला शिक्षा अधिकारी पूरी करवाएंगे, ताकि परीक्षा का संचालन सही ढंग से हो सके।

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