HAU Hisar News। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कृष्कि शिक्षा प्रत्यायन बोर्ड (मैब) की ओर से ए प्लस ग्रेड दिया गया है। इससे पूर्व विश्वविद्यालय लगातार 'ए' ग्रेड हासिल कर रहा था। अब विश्वविद्यालय का ओवरऑल ग्रेड ए प्लस हो गया है। ज्ञात रहे कि ए प्लस ही पनैब की सर्वश्रेष्ठ ग्रेडिंग होती है। एचएयू के विभिन्न महाविद्यालयों एवं उनमें चल रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों को भी पांच साल की मान्यता प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त कृषि महाविद्यालय, बावल को भी पहली बार मान्यता प्रदान की गई है।विश्वविद्यालय ने ग्रेडिंग के 4.00 से 3.52 अंक प्राप्त कर यह कामयाबी हासिल की है।
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत हो रही पहचान
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर. काम्बोज ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। नैब की ओर से ए प्लस ग्रेड मिलना हम सब के लिए खुशी की है। विश्वविद्यालय का यह आंकलन गुणात्मक व मात्रात्मक मीट्रिक पर आधारित है इस टीम में शामिल वरिष्ट शिक्षाविदों ने शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, अभिभावकों, पूर्व विद्यार्थियों के साथ मुलाकात की और महाविद्यालयों, हॉस्टलों, खेल, स्वास्थ्य सहित विभिन्न आधारभूत सुविधाओं था।
विवि में कुल 96 कोर्स
निरीक्षण करने के उपरांत गुणात्मक घटकों का आकलन किया। विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड के साथ पांच वर्ष यानि एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2028 के लिए आईसीएआर ने मान्यता प्रदान की है एचएयू के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों से संबंधित कोर्सेज कराए जाते हैं जिनमे पूजी के 7. पीजी के 47 व पीएचडी के 42 कोर्सेज शामिल हैं।
पांच साल में जीते चार अवार्ड
राष्ट्रीय स्तर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को कृषि उत्पादकता में वृद्धि तथा ग्रामीण समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान के लिए वर्ष 2019 में प्रतिष्ठित कृष्णि शिक्षा सम्मान अवार्ड प्रदान किया गया था। विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस इंक्युबेशन सेंटर ( एबिक की राष्ट्रीय सहर पर वर्ष 2021 में बेस्ट इंक्युबेशन सेंटर का अवार्ड मिला। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र महेन्द्रगढ़ को वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र पुरस्कार से नवाजा गया है। वर्ष 2023 में विश्वविद्यालय को सरसों अनुसंधान एवं विकास कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सर्वश्रेष्ठ केन्द्र अवार्ड, हकुवि को चारा व बाजरा अनुभाग को दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष् अनुसंधान केन्द्र अवार्ड से नवाजा जा चुका है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अपने क्षेत्र में उत्कृ कार्यों के लिए पदमश्री पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।