Haunted Places in Haryana: हरियाणा राज्य खाने से लेकर घूमने तक के कई चीजों के लिए फेमस है। पर क्या आप जनते है कि यहां पर कई डरावनी और भूतिया जगह भी मौजूद हैं। राज्य में कई ऐसी चर्चित जगहें हैं, जो भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। अगर आपको भी डरावनी जगहों पर घूमना पसंद है और एडवेंचर के शौकीन हैं, तो आज हम इस आर्टिकल में कुछ ऐसे ही मशहूर और भूतिया जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां पर आप रोमांस के साथ डरावनी चीजों का अनुभव कर सकते हैं।
गुरुग्राम का महरौली रोड
गुरुग्राम का महरौली रोड शहर में काफी फेमस और डरावनी जगह मानी जाती है। इसे गुरुग्राम का सबसे डरावनी जगहों में गिना जाता है। दिन के समय में यह रोड आपको काफी व्यस्त दिखेगी, लेकिन शाम होते ही यहां का नजारा कुछ और ही होता है। रात के समय लोग यहां जाने से डरते हैं। लोगों का मानना है कि यहां एक महिला है, जो अक्सर यहां से गुजरने वाली गाड़ियों का पीछा करती है। लोगों को यहां पर अजीब गरीब अनुभवों से गुजरना पड़ता है, रात में कोई यहां से जाने की हिम्मत तक नहीं करता है।
रेवाड़ी का होंद चिल्लर
रेवाड़ी जिले में होंद चिल्लर नाम का एक गांव हुआ करता था। हालांकि, अब यह गांव उजड़ चुका है, लेकिन इस गांव की एक खौफनाक कहानी लोगों के दिल में आज भी जिंदा है। कहा जाता है कि 2 नवंबर 1984 को इस गांव के कई लोगों को स्थानीय गुरुद्वारे में जिंदा जला दिया गया था। इस घटना में जिंदा जले लोगों के शव को एक कुएं में फेंक दिया गया था। इसलिए माना जाता है कि उन लोगों की आत्मा खंडहरों में भटकती है। रात होते ही लोग यहां पर आने जाने से डरते हैं।
फारुख नगर किला
गुरुग्राम का फारुख नगर किला सुल्तानपुर पक्षी अभयारण्य की सीमा पर स्थित है। कहा जाता है कि किले के निर्माण के समय से ही यहां एक आत्मा का निवास है। लोगों का मानना है कि यहां मौजूद आत्मा किले के शाही खजाने की रक्षा करती है। कहते हैं कि जिसने भी इस किले के खजाने को चुराने की कोशिश की है, वह हमेशा के लिए अंधा हो गया। ऐसी घटनाओं के वजह से इस जगह को भूतिया माना जाता है।
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चरखी दादरी
हरियाणा में चरखी दादरी नाम की एक जगह है और इसी के नाम पर जिले का नाम भी रखा गया है। इस जगह को लोग डरावना मानते है, कहा जाता है कि कई सालों पहले एक प्लेन क्रैश हुआ था। इस हादसे में 349 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद लोग दिन में भी इस जगह पर अकेले जाने से डरते हैं। लोगों को कहना है कि यहां पर आज भी मरने वालों की चीखें सुनाई देती हैं।
Disclaimer: हरिभूमि डिजिटल का उद्देश्य किसी अंधविश्वास या डर फैलाना नहीं है। पोस्ट में लिखी किसी भी बात पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।