Haryana: हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के सभी नागरिक अस्पतालों व स्वास्थ्य संस्थाओं में विभिन्न श्रेणी के कार्यरत कर्मचारियों की यूनिफार्म आगामी एक मार्च 2024 से लागू की जाएगी, ताकि राज्य के सरकारी अस्पतालों में भी कर्मचारियों और आने वाले मरीजों को एक सुखद एहसास मिल सकें। राज्य के प्रत्येक जिले में एनएबीएल प्रयोगशाला को स्थापित किया जाएगा, ताकि लोगों की जांच उच्च स्तर पर की जा सकें। अनिल विज ने यह निर्देश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से संबंधित विभिन्न एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में दिए।
अनुशासन का प्रतीक है यूनिफार्म
अनिल विज ने कहा कि जब हम किसी अस्पताल में जाते हैं तो वहां पर कार्यरत कर्मचारियों की एक यूनिफार्म होती है, जिससे उस संस्थान के अनुशासन का पता चलता है। इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कवायद की जा रही है ताकि आगामी एक मार्च से यूनिफार्म कोड को लागू किया जा सकें। वे चाहते हैं कि राज्य के प्रत्येक जिले में एनएबीएल प्रयोगशाला स्थापित की जाए ताकि लोगों को उच्च गुणवत्तापरक जांच उपलब्ध हो सकें। इसी कड़ी में उन्होंने हरियाणा राज्य लैब टैक्नीशियन एसोसिएशन के पदाधिकारियों से आग्रह करते हुए कहा कि वे राज्य में सभी प्रयोगशालाओं को एनएबीएल करवाने में अपना पूरा सहयोग दें ताकि लोगों में विश्वास बनें। उनका मानना है कि 100 बिस्तर से ऊपर के सभी अस्पतालों में एनएबीएल लैब होनी चाहिए।
लैब में उच्च स्तर के होने चाहिए उपकरण
अनिल विज ने कहा कि वे चाहते हैं कि लैब में उच्च स्तर के उपकरण हो, ताकि टैक्नीशियन को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हों। लैब टैक्नीशियनों की भर्ती के लिए उनके द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इसके अलावा, हरियाण राज्य कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भी टैक्नीशियनों की भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने विभिन्न एसोसिएशनों के पदाधिकारियों से कहा कि हमें पूरे राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देनी है और इस संबंध में सभी एक-दूसरे को प्रोत्साहित करें।