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Hisar Maharaja Agrasen Airport: हरियाणा के हिसार एयरपोर्ट पर विकास कार्य जारी है, जिसके लिए केंद्र सरकार ने 1811 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

Hisar Maharaja Agrasen Airport: हिसार में महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से अगले महीने तक उड़ानें संचालन की तैयारी चल रही है। इसके विकास कार्यों के लिए केंद्र सरकार की ओर से 1811 करोड़ रुपये दिए गए हैं। वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि हवाई अड्डा परिसर में 2988 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर तैयार किया जाएगा। 1300 एकड़ जमीन पर ड्राई पोर्ट, वर्ल्ड पोर्ट और मेगा कार्गो पोर्ट बनाया जाएगा।

इसके अलावा इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर डिफेंस और एयरोस्पेस केंद्रित होगा। इसके लिए विश्व की बड़ी कंपनियों को उद्योग स्थापित करने के लिए बुलाया जाएगा। हरियाणा सरकार की ओर से औद्योगिक विकास के लिए राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम (NICDC) को दिया गया प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है।

अगले 30 सालों की कार्ययोजना तैयार की गई

मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने आगे बताया कि एनआईसीडीसी की ओर से हरियाणा सरकार को केंद्र सरकार की इक्विटी के तौर पर 1811 करोड़ रुपये मिले हैं। इसके परिणाम स्वरूप अंतरराष्ट्रीय मार्केट में महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट की अलग पहचान बनेगी। हिसार एयरपोर्ट के लिए अगले 30 साल की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। 7200 एकड़ जमीन पर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

अमेरिका की ओर दी जाएगी ये सहायता

यही नहीं इस एयरपोर्ट के लिए अमेरिका की ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी इंटीग्रेटेड एविएशन हब बनाने के लिए तकनीकी और आर्थिक सहायता देगी।  इससे एयरपोर्ट से माल के आयात और निर्यात की सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। यह एविएशन हब देश के निर्यात को बढ़ाकर आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने का काम करेगा। एयरपोर्ट के तीन फेज के कार्यों में से दो फेज के कार्य पूरे कर लिए गए हैं।

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ये निर्माण कार्य हो चुके पूरे

एयरपोर्ट के प्रोटोकॉल अधिकारी सत्यपाल आर्य ने बताया कि एयरपोर्ट पर हवाई जहाजों के ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बनी एटीसी टावर की बिल्डिंग, 10 हजार फुट की हवाई पट्टी, जीएससी एरिया, जहाज खड़े होने की जगह एप्रन, बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड, रात्रि सुविधा के लिए कैट आई, पीटीटी, लिंक टैक्सी, फ्यूल रूम और बरसाती ड्रोन बनाने का काम पूरा हो चुका है। पुराने टर्मिनल को विस्तारित करके 150 लोगों की क्षमता का बना दिया गया है।

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