Hisar: पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में अचानक आए बदलाव ने धरतीपुत्रों की आशाओं पर पानी फेर दिया। शनिवार को विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम बरसात के साथ हुई तेज ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। दो दिनों से मौसम में चल रहे बदलाव के बाद शनिवार दोपहर बाद बरसात व ओलावृष्टि शुरू हुई। ओलावृष्टि के कारण पक कर तैयार चना, सरसों, गेहूं व सब्जियों की फसलों में काफी नुकसान होने का अंदेशा है। बरसात के साथ चल रही तेज हवा से गेहूं व सरसों की फसलें खेतों में बिछ गई। खेतों में बरसात से जहां फसलों में काफी नुकसान पहुंचा है।
हिसार के इन गांवों में हुई मध्यम से तेज ओलावृष्टि
शनिवार को हिसार के दो दर्जन से अधिक गांव ओलावृष्टि की चपेट में आए। इनमें मुख्य रूप से भैणी बादशाहपुर, नया गांव, दौलतपुर, भैरी अकबरपुर, साहू, फरीदपुर, कंडूल, खैरी, किनाला, चमार खेड़ा, मुगलपुरा, मदनपुरा, शंकरपुरा कुंदनपुरा, सुरेवाला, बुढ़ाखेड़ा, बिठमड़ा लितानी, कल्लर भैणी, रावलवास कलां, रावलवास खुर्द, सीसवाला, किरतान, शाहपुर, धीरनवास, पातन, भिवानी रोहिला, खारिया, हिंदवान, आर्यनगर, कस्बा बरवाला, सरसौद, बिचपडी, जेवरा, खेदड़, बालक, पाबड़ा, गैबीपुर, ढाणी प्रेमनगर, हसनगढ़, बोबुआ, खरकड़ा, छान, भनभोरी, सरहेड़ा, मतलौडा, बधावड़, खरक पूनिया, ब्यानाखेड़ा, ज्ञानपुरा, पनिहारी, ढाणी मीरदाद, ढाणी खान बहादुर, ढाणी मीरदाद, ढाणी गारण, ढाड, राजली, पंघाल, धिकताना, बुगाना, सुलखनी, बाड़ो पट्टी, भगाना, माइयड़, धांसू, तलवंडी राणा, बीड़ बबरान, जुगलान में ओलावृष्टि हुई है। इसके अलावा बहबलपुर, रावलवास कलां, रावलवास खुर्द, धीरणवास, भिवानी रोहिल्ला, बालसमंद, सुंडावास, मात्रश्याम, जाखोद खेडा, खारिया, डोभी, किरतान, हिन्दवान, सीसवाल, बांडाहेडी व बुडाक के अलावा शहर क्षेत्र हिसार में भी हल्की से मध्यम ओलावृष्टि हुई है।
हांसी क्षेत्र में इन गांवों में हुई ओलावृष्टि
बरसात के चलते दिन के बढ़ते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। जिले में हांसी के बरवाला रोड स्थित गांव चानौत, भाटला, घिराय समेत अन्य कई गांवों में तेज हवा के साथ हुई ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। इस बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया।
मौसम विभाग ने किया था अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही बरसात व ओलावृष्टि के प्रति अलर्ट किया हुआ था। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश व ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। आसमान छाए बादल भी किसानों के लिए चिंता का सबब बने हुए है। कई गांवों में करीब आधा घंटा हुई ओलावृष्टि से खेतों में पक कर तैयार खड़ी फसलों को काफी नुक्सान पहुंचा तथा फसलें खेतों में ही बिछ गई।
फसलें पककर तैयार, हुआ नुकसान
इन दिनों किसानों के खेतों में सरसों, चना तथा गेंहू की फसलें लगभग पक कर तैयार हैं और ऐसी स्थिति बरसात व ओलावृष्टि से फसलों में भारी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं ओलावृष्टि व फसलों के बिछ जाने से फसलों की क्वालिटी खराब हो जाएगी जिसके चलते किसान को अपनी फसल कम मूल्य पर बेचनी पड़ेगी।
इन फसलों को हुआ नुकसान
हांसी उपमंडल के कई गांवों में बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से खेतों में खडी गेंहू, सरसों, चना, धनिया, मेथी व सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान होने की संभावना है। बरसात व ओलावृष्टि के साथ चल रही तेज हवा के चलते भी फसलें खेत में ही बिछ जाने से काफी नुकसान होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
आधे घंटे की बरसात में शहर में कई स्थानों पर भरा पानी
हांसी शहर में शनिवार दोपहर तथा दोपहर बाद करीब आधा घंटे के बरसात के बाद निचले क्षेत्रों में कई स्थानों पर पानी भर गया। नवनिर्माण के लिए उखाड़ी गई सड़कों पर बरसात के कारण कीचड़ ही कीचड़ नजर आया तथा इन क्षेत्रों में लोगों का पैदल भी निकलना दूभर हो गया। गैस एजेंसी रोड पर बरसात के बाद हुई फिसलन के चलते कई दुपहिया वाहन स्लीप हो गए। गनीमत रही किसी भी चालक को गंभीर चोटें नहीं आई।