Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी के नेताओं का एक दल को छोड़कर दूसरे दल में शामिल होना अब तक जारी है। कांग्रेस के पूर्व विधायक जयतीर्थ दहिया के बाद आज 27 सितंबर यानी शुक्रवार को जसपाल आंतिल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। दरअसल सोनीपत के राई से टिकट न मिलने की वजह से वह नाराज चल रहे थे। पार्टी द्वारा भी उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा था। आंतिल ने कांग्रेस में रहते हुए कई पदों पर काम किया है। वर्तमान में आंतिल कांग्रेस डेलीगेट थे।
पार्टी ने दिया धोखा
जसपाल आंतिल ने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए कहा कि पार्टी से उन्हें धोखा मिला है। जसपाल आंतिल ने दीपेंद्र और भूपेंद्र हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होने पार्टी के लिए 16 साल तक मेहनत से काम किया है। उन्होंने जिन नेताओं के लिए काम किया वह उन्होंने जसपाल आंतिल को अकेला छोड़ दिया है। जसपाल ने कहा कि उन्होंने पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी जमीन तक बेच दी इसके बाद भी पार्टी से उन्हें धोखा मिला है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए इतने साल काम करने के बाद भी उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। पार्टी ने उन नेताओं को टिकट दिया है जो केवल 3 महीने पहले पार्टी में शामिल हुए थे। पार्टी ने उनकी सालों की मेहनत पर पानी फेर दिया। जसपाल आंतिल ने कहा कि उन्हें यह सबक मिल गया है सालों तक मेहनत करने वालों को कहीं पर पूछा नहीं जाता।
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2009 में कांग्रेस में हुए थे शामिल
बता दें कि जसपाल आंतिल खेवड़ा गांव के रहने वाला है। साल 2009 में वह कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद साल 2010 में जसपाल को युवा कांग्रेस का राई का प्रधान बनाया दिया गया। इसके बाद उनको युवा कांग्रेस का सोनीपत लोकसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया। 2022 में राई विधानसभा क्षेत्र से 20 हजार 37 सदस्य जोड़कर कांग्रेस को मजबूती दी। उनको इसके बाद पीसीसी डेलीगेट बनाया दिया गया।