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हरियाणा के जींद में शीत लहर के चलते हाड जमा देने वाली ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। दोपहर तक घना कोहरा छाया रहा। हलकी धूप भी खिली, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पूर्व की तरफ से चली ठंडी हवा से लोगों की दिनभर कंपकपी छुटती रही।

Jind: शीत लहर के चलते हाड जमा देने वाली ठंड से शनिवार को जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। दोपहर तक घना कोहरा छाया रहा। बाद में सूर्य तथा बादलों के बीच अटखेलियां चलती रही। हलकी धूप भी खिली, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पूर्व की तरफ से चली ठंडी हवा से लोगों की दिनभर कंपकपी छुटती रही। धुंध तथा कोहरे के कारण यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। वाहन एक-दूसरे के पीछे लाइट जला कर चलते देखे गए। ठंड से बचने के लिए लोगों को अलाव सेकते देखा गया। दिन का अधिकतम तापमान 13 डिग्री तो न्यूनतम तापमान चार डिग्री दर्ज किया गया।

कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड, छुटती रही कंपकपी

पिछले चार दिनों से धुंध  से कुछ राहत मिली थी लेकिन शनिवार को दिन का आगाज घनी धुंध के साथ हुआ। हालात यहां तक रहे कि पांच मीटर दूर का भी दिखाई नहीं दे रहा था। वाहन एक-दूसरे के पीछे लाइट जला कर चलते देखे गए। शीतलहर का असर जनजीवन पर साफ देखने को मिला। हवा की गति कुछ तेज हुई तो दोपहर तक कोहरा छट गया। जिसके बाद धूप निकली तो आंशिक बादलवाई उसका राह रोकती रही। दिनभर मौसम काफी ठंडा बना रहा ओर कड़ाके की ठंड को देखते हुए लोग देरी से घरों से बाहर निकले तथा कामकाज निपटा कर जल्दी घरों को लौट गए।

कड़ाके की ठंड का असर जनजीवन और पशुओं पर दिखा

पिछले एक पखवाडे़ से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सूर्य भी बहुत कम दिखाई दे रहा है, जिसका जनजीवन पर तो असर है, दुधारू पशुओं पर भी असर साफ देखने को मिल रहा है। ठंड के कारण पशुओं में दूध की गिरावट आई है। जिसके चलते दूध में दस से बीस प्रतिशत उत्पादन कम हुआ है। पशुपालक बिजेंद्र ने बताया कि ठंड बहुत ज्यादा है। धूप नहीं निकल रही। जहां पशु बंधते हैं वह भी गीला रहता है। बाहर बांधने पर पशुओं को ठंड लगने का खतरा बना रहता है, जिसके चलते दूध का उत्पादन भी कम हो गया है।

अभी नहीं मिलेगी ठंड से राहत 

मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल ठंड से राहत मिलने के अभी कोई आसार नही हैं। मौसम शुष्क तथा परिवर्तनशील बना हुआ है। तापमान में थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव चलता रहेगा। आकाश में आंशिक बादलवाई भी बनी रहेगी। हवा की गति दस से 11 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच बनी रहेगी। अधिकतम तापमान भी 12 से 14 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान छह से आठ डिग्री के बीच बने रहने की संभावना है। इस दौरान धुंध तथा कोहरे का असर भी देखने को मिलेगा। पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश ने बताया कि मौसम शुष्क तथा परिवर्तनशील बना हुआ है। ठंड से राहत मिलने के अभी आसार नही हैं। तापमान मे हलका उतार चढ़ाव हो सकता है।

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