Jind: जिला जेल में हवालाती की बीती रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मौत से खफा परिजनों ने नागरिक अस्पताल में धरना शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप है कि सीआईए ने दो लाख रुपए की डिमांड की थी। राशि ना दिए जाने पर थर्ड डिग्री दिए जाने से व्यक्ति की मौत हुई है। जब तब उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक न तो धरना उठाएंगे और ना ही नागरिक अस्पताल से शव को उठाएंगे। मृतक को तीन दिन पहले रिमांड के बाद जेल में बंद किया गया था। हवालाती की मौत की सूचना पाकर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट नागरिक अस्पताल पहुंचे और परिजनों के बयान कलमबद्ध करने के बाद चिकित्सक बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। इसकी बकायदा वीडियोग्राफी करवाई गई। ज्यूडिशियल जांच पर परिजन शव उठाने को राजी हो गए।
यह था पूरा मामला
गांव डेरा धर्मगढ़ में 29 जनवरी रात को गांव मलिकपुर निवासी परमजीत उर्फ पम्मी समेत दो को पुलिस ने भैंस चोरी के आरोप में काबू किया था। दो फरवरी को परमजीत व उसके साथी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सोमवार सुबह परमजीत की नागरिक अस्पताल में मौत हो गई। सूचना मिलने पर मृतक के परिजन नागरिक अस्पताल पहुंचे। उन्होंने शव को देखा तो शरीर पर चोट के निशान दिखाई दिए। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस हिरासत के दौरान सीआईए ने दो लाख रुपए की डिमांड की थी। जब राशि नहीं दी तो परमजीत को थर्ड डिग्री दी, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि परमजीत को दौरे पड़ रहे थे। चार फरवरी को भी नागरिक अस्पताल लाया गया। सोमवार को फिर से तबीयत बिगड़ने पर नागरिक अस्पताल लाए जाने पर उसकी मौत हो गई।
सीआईए ने 2 लाख मांगी थी रिश्वत, नहीं दिया था मिलने
मृतक के साले गोदर रोड निसिंग निवासी प्रगट सिंह ने बताया कि उसके जीजा को 29 जनवरी को पकड़ा गया था। जो सीआईए की हिरासत में था। जब वे सीआईए में अपने जीजा से मिलने गए तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया। सीआईए कर्मियों ने उनसे दो लाख रुपए की डिमांड की थी। जब उन्होंने राशि नहीं दी तो उसके जीजा को थर्ड डिग्री दी गई। थर्ड डिग्री देने के कारण उसके जीजा की मौत हो गई। डीएसपी रोहताश ढुल ने बताया कि मामले की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट द्वारा जांच की जा रही है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत का राज खुलेगा।