Kurukshetra: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन के बाद ए-प्लस-प्लस यूनिवर्सिटी होने का गौरव प्राप्त हुआ है। नैक स्टैडिंग कमेटी ने मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को 3.56 स्कोर के साथ ए-प्लस-प्लस ग्रेड दिया। उन्होंने इस सफलता का श्रेय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल व उच्च शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा के नेतृत्व को दिया है। वे शुक्रवार को केयू के सीनेट हॉल में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन के बाद ए-प्लस-प्लस ग्रेड हासिल होने बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कुरुक्षेत्र विव प्रदेश का ही नहीं, देश का सर्वश्रेष्ठ विवि
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा का ही नहीं, बल्कि देश का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय है। कुवि ने सर्वप्रथम यूजी प्रोग्राम में पूरे प्रावधानों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू किया और पीजी स्तर पर एनईपी को सत्र 2024-25 से लागू किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के उद्देश्यों के मद्देनजर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा 19 आनलाईन प्रोग्राम्स शुरू किए गए हैं। अनुसंधान एवं वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर एमओयू किए गए हैं। विश्वविद्यालय में शोध को बढ़ावा देने के लिए पेंटेट दर्ज करने के लिए इको सिस्टम विकसित किया गया है। अब तक 63 पेटेंट दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें से कुछ पब्लिश व अवार्ड हो चुके हैं।
नैक मूल्यांकन के लिए 13 से 15 सितंबर को विवि में आई थी टीम
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए टीम 13 से 15 सितम्बर को विश्वविद्यालय में आई थी। अपने दौरे के दौरान नैक टीम के सदस्यों ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का 7 मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया, जिनमें पाठ्यचर्या के पहलू, शिक्षण-अधिगम और मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार और विस्तार, आधारभूत ढांचा और सीखने के संसाधन, विद्यार्थी सहयोग और प्रगति, शासन, नेतृत्व व प्रबंधन, इंस्ट्टियूशनल वेल्यूज़ एंड बेस्ट प्रैक्टिसिज आदि मानकों के आधार पर परखा था। इस मूल्यांकन के बाद नैक स्टैंडिंग कमेटी ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को 3.56 अंक देकर ए-प्लस-प्लस ग्रेड प्रदान किया है।
कई महीनों की कड़ी मेहनत के बाद पाया मुकाम
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि सभी शिक्षकों व कर्मचारियों ने मूल्यांकन के लिए लगातार कई महीनों तक कड़ी मेहनत की, जिसके परिणाम स्वरूप कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि हासिल हो सकी है। उन्होंने इसके लिए डीन, विभागाध्यक्षों, कुवि नैक टीम के सभी सदस्यों, शिक्षकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों को बधाई दी।