Lok Sabha Elections 2024: हरियाणा में कांग्रेस ने 9 लोकसभा सीटों के लिए कैंडिडेट की लिस्ट फाइनल कर दी। दिल्ली में हुई छठी स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में 18 नामों पर चर्चा हुई। इस लिस्ट में उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा का दो सीटों सिरसा और अंबाला सीट के लिए नाम दिया गया है। हालांकि इन नामों की घोषणा कब होगी, इस पर अभी सवाल बना हुआ है।
कमेटी की बैठक में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया, हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास मौजूद रहे। मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा कांग्रेस ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की करनाल सीट के लिए विशेष रणनीति बनाई है। कहा जा रहा है कि पार्टी के नेता इस सीट से ब्राह्मण कार्ड खेलने की रणनीति बना रहे हैं।
बैठक में हुई इन नामों पर चर्चा
हरियाणा कांग्रेस की बैठक में 9 सीटों के लिए 18 नामों पर चर्चा हुई। इनमें गुरुग्राम लोकसभा सीट से सुभाष यादव, कैप्टन अजय यादव और जितेंद्र भारद्वाज का नाम संभावित पैनल में शामिल किया गया। वहीं, रोहतक सीट से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा का ही नाम भेजा गया। ऐसे में उनका यहां से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा।
अंबाला से कुमारी सैलजा और विधायक वरुण मुलाना, हिसार से पूर्व डिप्टी सीएम चंद्र मोहन बिश्नोई, पूर्व आईएएस IAS ऑफिसर चंद्र प्रकाश और भाजपा छोड़कर आए बृजेंद्र सिंह का नाम शामिल है। सिरसा सीट से कुमारी सैलजा, जरनैल सिंह, चरणजीत रोडी और शीशपाल का नाम शामिल किया गया है।
फरीदाबाद जिला से महेंद्र प्रताप और करण दलाल, सीएम सिटी करनाल से वीरेंद्र मराठा और चाणक्य शर्मा, भिवानी के महेंद्रगढ़ से दान सिंह राव और श्रुति चौधरी का नाम भेजा गया है।
इस दिन जारी हो सकती है लिस्ट
हरियाणा लोकसभा सीटों का पैनल स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में चर्चा के बाद पार्टी हाईकमान को भेज दिया गया है। कहा जा रहा है कि 4 अप्रैल को केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में पैनल के संभावित नामों पर आलाकमान अपनी मुहर लगाए जाएंगे।
इसके बाद संभावना है कि 4 अप्रैल शाम को या 5 अप्रैल को प्रत्याशियों के नामों की घोषणा पार्टी द्वारा कर दी जाएगी। सीईसी की बैठक की पुष्टि हरियाणा पार्टी के प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी की है। उन्होंने कहा है कि 5 अप्रैल से पहले ही यह लिस्ट जारी कर दी जाएगी।
विवाद को रोकने के लिए की देरी
हरियाणा कांग्रेस में परिस्थितियां अन्य दलों की अपेक्षा उलट हैं। चूंकि, राज्य के नेताओं में गुटबाजी चरम पर हैं, यही वजह है कि पार्टी में यहां दो गुट बने हुए हैं। इसके बाद हाईकमान ने तय किया कि लिस्ट में जितनी देरी होगी, विवाद उतना ही कम होगा। वहीं, हरियाणा कांग्रेस की परंपरा रही है कि यहां नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले तक भी प्रत्याशी घोषित किए जाते हैं।