Faridabad: ग्रेटर फरीदाबाद स्थित सेक्टर-85 प्रथम पुरी सोसाइटी में रहने वाली विवाहिता जया शर्मा की दहेज के लोभियों द्वारा हत्या कर दी गई। विवाहिता के परिजनों ने पहले बीके अस्पताल और बाद में पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज के लिए हत्या की है। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने परिजनों को शांत करवाया व आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की।
2021 में मृतका का फरीदाबाद निवासी युवक से हुआ था विवाह
पलवल के सेक्टर दो निवासी चंद्रभान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने अप्रैल 2021 में ग्रेटर फरीदाबाद के रहने वाले अंकुर शर्मा के साथ अपनी बेटी जया की शादी बड़े धूमधाम से की थी। उन्होंने विवाह में लाखों रुपए खर्च किए थे। शादी से 3-4 दिन पहले ही ससुराल पक्ष के लोगों ने बड़ी गाड़ी की डिमांड की थी, जिनकी डिमांड को भी शादी के समय पूरा कर दिया। तभी से वे उनकी बेटी जया शर्मा को बार-बार परेशान करते थे। उनकी बेटी की निगरानी के लिए उन्होंने हर कमरे में सीसीटीवी लगाए हुए थे। किसी से बात तक करने नहीं देते और उसे मानसिक तौर से परेशान किया जाता था।
बेटी के जन्म पर भी ससुराल पक्ष के लोगों ने विवाहिता को किया प्रताड़ित
चंद्रभान ने बताया कि चार महीने पहले उनकी बेटी जया शर्मा ने एक बेटी को जन्म दिया, जिसके बाद से उसके ससुराल वालों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। वह बेटी नहीं बेटा चाहते थे, इसके चलते वह लगातार उनकी बेटी को बेटा ना होने पर टॉर्चर करते। उनकी बेटी जया लगातार उन्हें बताती थी कि उसके पति अंकुर शर्मा, ननद प्रेरणा, ननदोई राहुल और सास सुनीता व ससुर अनिल द्वारा उसे मानसिक तौर से कम दहेज लाने व बेटी पैदा होने पर प्रताड़ित कर रहे हैं। गत दिवस जया के ससुर अनिल का उनके पास फोन आया कि जया की तबीयत खराब है, वह अमृता अस्पताल में भर्ती है। फिर 10 मिनट बाद ही दोबारा फोन आया कि जया की मौत हो चुकी है।
अमृता अस्पताल में साजिश के तहत हत्या का आरोप
चंद्रभान ने बताया कि जया शर्मा की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे पास के निजी अस्पताल न ले जाकर अमृता अस्पताल में किस लिए लेकर गए। क्योंकि वहां जया की ननद काम करती है और साजिश के तहत ही उनकी बेटी जया को मौत के घाट उतारा गया है। जया के साथ मारपीट की गई, जिसके चलते उसकी मौत हुई है। वह चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। चंद्रभान ने बताया कि उनकी बेटी का ननदोई राहुल उन्हें बार-बार धमकियां देता था कि उसका पॉलीटिकल बैकग्राउंड अच्छा है। उसकी पुलिस से अच्छी जान पहचान है और उसका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते। दूसरी ओर पुलिस ने भी उनकी बेटी का पोस्टमार्टम करने में लापरवाही बरतते हुए देरी से करवाया।