Narnaund: बडाला गांव के बेटे एवं शहीद सैनिक बिजेंद्र सिंह का राजकीय सम्मान के साथ उनके गांव में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांव का माहौल गमगीन रहा। बडाला गांव सहित अनेक गांवों से आए युवाओं ने शहीद बिजेंद्र सिंह अमर रहे के नारे लगाए। सभी लोग घरों से बाहर निकलकर अमर फौजी बिजेंद्र सिंह को सलामी देते हुए दिखाई दिए। शहीद को नम आंखों के साथ ग्रामीणों ने विदाई दी।
152टीए सिख रेजिमेंट में तैनात था शहीद बिजेंद्र सिंह
बता दें कि गांव बडाला निवासी बिजेंद्र सिंह 152टीए सिख रेजिमेंट में तैनात था। कुछ दिन पहले अचानक उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। उन्हें इलाज के लिए सेना हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनका स्वास्थ्य निरंतर बिगड़ रहा था। इसके कारण उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई और उन्होंने 18 जून को अंतिम सांस ली। शहीद बिजेंद्र सिंह का बडाला गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इंडियन वेटनर्स ऑर्गेनाइजेशन के प्रदेशाध्यक्ष चरण सिंह मलिक ने बताया कि फौजी बिजेंद्र सिंह अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी दस साल की बेटी है। उनकी पत्नी मुस्कान चंडीगढ़ पुलिस में तैनात है।
शहीद को इन लोगों ने दी श्रद्धांजलि
शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान रामनिवास, संजय सिंह, उमेद सिंह, बिजेंद्र सिंह, अनिल कुमार, नरेंद्र सिंह, समुंदर तथा उनकी बटालियन से आए नायब सुबेदार कुलदीप राज, हवलदार राममेहर, सोमबीर, सुखबीर तथा उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे। सभी ने अमर सैनिक के चरणों में पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 42 आर्म्ड से सुबेदार बीरेंद्र सिंह व गार्ड ने सलामी देकर अमर सैनिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उनके चाचा के लड़के ने मुखाग्नि दी। साथ ही सेना के अधिकारी ने शहीद के परिजनों को तिरंगा सौंपा।