Bahadurgarh: इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के मामले में लगातार दूसरे दिन भी नामजद आरोपियों से पूछताछ हुई। शनिवार को पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार सहित छह आरोपी एसआईटी के समक्ष पूछताछ में शामिल हुए। कई घंटे तक पूछताछ हुई, जिसके बाद आरोपी वापस लौट गए। अभी पूछताछ की प्रक्रिया पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई है। आरोपियों को दोबारा बुलाया जा सकता है। मामले में सभी नामजद आरोपी पूछताछ में शामिल हो चुके हैं।
नफे सिंह राठी के परिजनों ने कई लोगों के नाम केस में करवाए थे दर्ज
इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या में परिजनों द्वारा एफआईआर में भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी, मौजूद चेयरपर्सन के पति रमेश राठी, कर्मवीर के बेटे कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम के पुत्र सतीश नंबरदार तथा पौत्र गौरव व राहुल के नाम दिए गए थे। बाद में साजिश का शक जताते हुए वाइस चेयरमैन राजपाल उर्फ पालेराम शर्मा, कांग्रेस नेता बिजेंद्र राठी और संदीप राठी के नाम भी शामिल कराए गए। हत्या कई दिन बाद नोटिस जारी होने पर पूर्व विधायक नरेश कौशिक, बिजेंद्र राठी और पालेराम शर्मा शुक्रवार को पूछताछ में शामिल हुए थे। इसके बाद शनिवार की सुबह सतीश नंबरदार, गौरव व राहुल आदि लाइनपार थाने पहुंचे। चार घंटे से अधिक समय तक ये थाने में रहे। जबकि दोपहर बाद कर्मवीर राठी, रमेश राठी और कमल राठी भी एसआईटी के सामने पेश हुए। ये भी साढ़े पांच बजे तक थाने में ही रहे।
पूछताछ के बाद थाने पहुंचे नेता यह बोले
थाने पहुंचे कर्मवीर राठी ने कहा कि हमें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जो प्रश्न किए, उनके जवाब दे दिए हैं। हमारा प्लॉट का विवाद था, जो न्यायालय में चल रहा है। बाकी हमारा हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है। जब वारदात हुई तो वह ओमेक्स में थे। हमारे संगठन मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष को आना था। हमें भी इस घटना का दुख है। हम भी मांग करते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द मामले में खुलासा करे। हम जांच में पुलिस को पूरा सहयोग करेंगे। वहीं, सतीश नंबरदार ने बताया कि पुलिस ने उनसे नफे सिंह राठी हत्याकांड को लेकर सवाल-जवाब किए। नफे सिंह राठी की हत्या से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। मेरे बड़े भाई जगदीश नंबरदार की आत्महत्या वाले मामले में हम कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। नफे सिंह रिश्ते में मेरे दादा लगते थे, लेकिन हम उन्हें चाचा कहकर बुलाते थे। वहीं पूर्व मंत्री मांगेराम के पौत्रे गौरव राठी का कहना है कि पुलिस जांच में सब साफ हो जाएगा।