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हरियाणा के बहादुरगढ़ में इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड के 72 घंटे बाद आरोपी बनाए गए भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक सामने आए और कहा कि गलतफहमी के कारण एफआईआर में उनका नाम लिखवाया गया है। उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।

Bahadurgarh: इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। यूं तो जांच में आधा दर्जन से अधिक टीमें जुटी हैं लेकिन अभी तक न तो वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े और न ही नामजद आरोपियों में से किसी एक की भी गिरफ्तारी की गई। इसी बीच एफआईआर में आरोपी बनाए गए भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक बुधवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि मेरा इस मामले में कोई हाथ नहीं है। इतना ही नहीं, उन्होंने खतरा बताते हुए अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा की मांग पुलिस से कर डाली।

नरेश कौशिक बोले, गलतफहमी के चलते एफआईआर में लिखवाया मेरा नाम

नरेश कौशिक ने कहा कि नफे सिंह राठी के परिवार के साथ मेरी सहानुभूति है। उनके परिवार ने गलतफहमी के चलते एफआईआर में मेरा नाम लिखवाया है। मैंने स्वयं भी इस मामले की पूरी जांच सीबीआई से करवाने की मांग सरकार से की है। इस हत्याकांड की सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। नफे सिंह राठी से उनके सिर्फ राजनीतिक मतभेद थे। हत्या वाले दिन भी दोपहर के समय एक सामाजिक कार्यक्रम में उनकी मुलाकात राठी से हुई थी। इस दौरान हम दोनों ने आपस में एक दूसरे का हालचाल पूछा था। नफे सिंह राठी हत्याकांड की एफआईआर में नाम शामिल होने के बाद उन्हें भी पुलिस से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग करनी पड़ी है।

गलत करने वाले शहर छोड़ भागे : नरेश कौशिक

नरेश कौशिक ने बताया कि अभी इस हत्याकांड के बारे में पुलिस ने उनसे किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं की है। उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया, इसलिए वे जनता के बीच मौजूद हैं। गलत काम करने वाले तो शहर छोड़ कर भाग गए हैं। पूर्व में नफे सिंह राठी के खिलाफ दर्ज हुए मामलों में आरोपियों की सिफारिश करने के सवाल पर नरेश कौशिक ने कहा कि वह सरकार का नुमाइंदा है और कोई भी मदद मांगने के लिए आता है तो वह उनकी मदद करते हैं। सरकार के अधिकारियों को देखना चाहिए कि मेरे द्वारा की गई सिफारिश सही है या फिर नहीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की हत्या का सच जल्द ही सबके सामने आ जाएगा।

इन पर हत्याकांड की साजिश का शक

इस संबंध में नफे सिंह के परिजनों ने शक जताते हुए एफआईआर में पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी, कर्मवीर राठी के बेटे कमल राठी, मौजूद चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार, पौत्र राहुल व गौरव राठी के नाम दिए थे। इसके बाद कांग्रेस नेता बिजेंद्र राठी, संदीप राठी तथा भाजपा नेता एवं नप उपप्रधान राजपाल शर्मा के नाम भी पुलिस को दिए गए। इन नामजद आरोपियों के अलावा गोली चलाने वाले पांच अज्ञात बदमाशों पर मुकदमा दर्ज है।

जांच में जुटी कई टीमें

सीआईए, लाइनपार थाने सहित आधा दर्जन से अधिक टीमें इस मामले की तफ्तीश में जुटी हैं। अलग से एसआईटी भी काम कर रही है। साथ ही दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल सैल भी इस मामले में नजर बनाए हुए हैं। अन्य जिलों और राज्यों की पुलिस से भी समन्वय बनाया गया है। पुलिस द्वारा जल्द से जल्द वारदात सुलझाने की बात लगातार कही जा रही है लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी किसी को गिरफ्तार करने की पुष्टि नहीं की गई है। ऐसे में देखने वाली बात है कि पुलिस कब तक इस मामले को सुलझा पाती है और किस आरोपी की इस मामले में भूमिका पाई जाती है।

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