National Walking Day 2025: आज भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारी दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित है। खाना पीना हो या फिर घूमना फिरना, ज्यादातर लोग अपनी सहुलियत के हिसाब से विकल्प तलाश ही लेते हैं। आलम यह है कि पड़ोस की दुकान तक जाना है, तो भी हमें दोपहिया वाहन की जरूरत पड़ती है। छुट्टी हो तो पूरा दिन बेड पर ही गुजरता है। अगर बाहर निकलें तो चंद कदम चलने पर ही थकान सी महसूस होने लगती है। इसके चलते शरीर कई बीमारियों की चपेट में आने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो व्यक्ति रोजाना दस हजार कदम चले, तो उसे किसी तरह की एक्सरसाइज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे में लोगों को पैदल चलने के प्रति जागरूक करने के लिए अप्रैल के पहले बुधवार को नेशनल वॉकिंग डे मनाया जाता है।
इसी कड़ी में हम आपको ऐसे नेता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने 4200 किलोमीटर की यात्रा करने का दावा किया, लेकिन सत्ता नहीं मिली। उलटा, अपनों के हाथों फजीहत का भी सामना करना पड़ा। नीचे पढ़िये हरियाणा के लाल यानी देवीलाल के पोते और ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अभय चौटाला की पदयात्रा के बारे में...
अभय चौटाला ने सत्ता पाने के लिए शुरू की थी पदयात्रा
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा और जेजेपी की गठबंधन सरकार बनी थी। इनेलो नेता अभय चौटाला ने 24 फरवरी 2023 को मेवात के श्रृंगार गांव से पदयात्रा शुरू की थी। उन्होंने दावा किया कि यह पदयात्रा 4200 किलोमीटर की दूरी तय करके कुरुक्षेत्र में संपन्न होगी। अभय चौटाला की इस पदयात्रा पर जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने तंज कसा था कि वे 300 किलोमीटर की यात्रा भी पूरी नहीं कर सकते। लेकिन, 700 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने के बाद अभय चौटाला ने तीखा पलटवार कर कहा था कि जिस तरह से 700 किलोमीटर यात्रा पूरी की, उसी तरह बाकी कि यात्रा पूरी करूंगा और ऐसा हुआ भी।
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अभय चौटाला की पदयात्रा पर कसे तंज
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जिस तरह से अभय चौटाला को गांवों से समर्थन मिल रहा था, उससे जेजेपी में खासा हड़कंप था। ऐसे में अभय चौटाला की पदयात्रा के उद्देश्य पर ही सवाल खड़े किए जाने लगे। दिग्विजय चौटाला ने इस पदयात्रा को सेहत से जोड़ा जेजेपी के महासचिव दिग्विजय चौटाला ने 31 मार्च 2023 को रेवाड़ी में छात्र संवाद को संबोधित करते हुए अभय चौटाला की पदयात्रा पर तंज कसा था।
उन्होंने बाईपास स्थित जाट धर्मशाला में संबोधन के दौरान कहा था कि अभय चौटाला अपना वजन कम करने और स्वास्थ्य ठीक करने के लिए यात्रा कर रहे हैं। यह एक पार्ट टाइम यात्रा है, जो कोई भी कर सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह से वे लोगों को बुलाकर फोटो खिंचवाते हैं, उससे एक्सपोज हो गए हैं। दिग्विजय चौटाला के इस आरोप पर अभय चौटाला ने कहा था कि जब वक्त आएगा, तो सबको हकीकत पता चल जाएगी।
इनेलो और जेजेपी को नहीं मिली जीत
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में इनेलो को 2 और जेजेपी को एक भी सीट नहीं मिल पाई। इनेलो ने जहां बसपा से गठबंधन किया था, वहीं जेजेपी ने चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन किया। बावजूद इसके जेजेपी एक भी सीट नहीं जीत सकी। बहरहाल, दोनों ही नेता अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं।