Faridabad News: हरियाणा के फरीदाबाद के नीमका जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह कैदी हत्या के आरोप में जेल में बंद था। शव को बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है।
बता दें कि 13 दिसंबर 2023 की रात को फरीदाबाद के सरूरपुर गांव के पास बनी दुर्गा कॉलोनी में दो युवकों ने दो युवकों को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था, जिसमें राजेश की मौत हो गई थी और दूसरा साथी प्रदीप घायल हो गया था। इस घटना के आरोप में राजन (25 साल) और नईम (38 साल) को थाना मुजेसर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने 19 दिसंबर 2023 को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। तभी से राजन और नईम दोनों फरीदाबाद की नीमका जेल में बंद थे।
रास्ते में हो गई मौत
बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को शाम राजन की तबियत खराब हो गई थी। उसे नीमका जेल से पुलिस इलाज के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल ले गया। राजन ने अस्पताल पहुंचते-पहुंचते रास्ते में दम तोड़ दिया और पुलिस राजन को अस्पताल में मृत अवस्था में लेकर पहुंची थी। फिलहाल मृतक राजन के शव को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल में रखा गया है।
क्या था पूरा मामला
इस मामले में नईम और राजन की मुंहबोली बहन बैजंती ने बताया कि 13 दिसंबर, 2023 को राजन की राजेश और प्रदीप से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके बाद राजन ने नईम को फोन कर इसकी जानकारी दी और मौके पर बुलाया था।
नईम उस समय पलवल में था और नईम ने राजन को घर चले जाने के लिए कहा। लेकिन राजन अपनी जिद पर अड़ गया तब नईम पलवल से आ पहुंचा था, जिसने झगड़े को शांत करने का प्रयास किया था। लेकिन राजेश और प्रदीप झगड़े पर उतारू हो गए और झगड़ा हो गया। इस झगड़े में राजेश की मौत हो गई थी।
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बैजंती ने की जांच की मांग
बैजंती ने ये भी बताया कि राजन की उम्र 25 साल थी और वह बिल्कुल स्वस्थ था। उसे राजन की इस तरह से हुई मौत पर विश्वास नहीं है। वह चाहती है की राजन की मौत के मामले की बारीकी से जांच हो ताकि मौत की असल वजह पता चल सके।