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Haryana Assembly Election: भारतीय जनता पार्टी छोड़ने के बाद नवीन गोयल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बुधवार को गुरुग्राम विधानसभा सीट से उन्होंने नामांकन दाखिल किया। इससे पहले गुड़गांव के बाजारों में पैदल यात्रा भी निकाली।

गुरुग्राम। भारतीय जनता पार्टी छोड़ने के बाद नवीन गोयल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बुधवार को गुरुग्राम विधानसभा सीट से उन्होंने नामांकन दाखिल किया। इससे पहले गुड़गांव के बाजारों में पैदल यात्रा भी निकाली। नवीन गोयल ने गुरुग्राम की अधिष्ठात्री देवी माँ शीतला माता और पंजाबी समुदाय के आध्यात्मिक गुरू धर्मदेव जी का आर्शीवाद लिया। गुरुग्राम के जेल काम्प्लेक्स ग्राउंड में एक बड़ी रैली आयोजित की गई। 

ब्राह्मण समाज का समर्थन
बता दें, नामांकन रैली में ब्राह्मण समाज एकजुट रहा, ब्राह्मण समुदाय का एक बड़ा वर्ग उनके समर्थन में रैली की। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर एक ब्राह्मण मुकेश शर्मा को टिकट दिया है। नामांकन के एक हफ्ते पहले नवीन गोयल ने गुरुग्राम में ही एक बड़ा ब्राह्मण सम्मेलन और परशुराम की जीवनलीला के नाट्य मंचन का कार्यक्रम भी आयोजित किया था। नामांकन से पहले समर्थकों को सम्बोधित करते हुए नवीन गोयल ने कहा, "मैने बाबा श्याम के आर्शीवाद के साथ उनके बसंती रंग को अपनाया है, बाबा श्याम का रंग ही मेरा पटका है, यही मेरी पगड़ी है और वही मेरा सहारा हैं।

उन्होंने कहा,"मेरे लिए राजनीति सत्ता-सुख भोगने का  माध्यम नहीं बल्कि गुरुग्राम विधानसभा को देश  की नंबर वन विधानसभा बनाना ही मेरा लक्ष्य है। यह मेरा विजन और सपना है कि गुरुग्राम विधानसभा शिक्षा के मामले में भी देश में नंबर वन हो और रोजगार के मामले में भी। स्वच्छता के मामले में जिस तरह इंदौर का नाम लिया जाता है, उसकी जगह गुरुग्राम को लाना हमारा टारगेट है। गुरुग्राम में जल भराव जैसी समस्याएं न हो इसके लिए भी हमें काम करना है।"

मिला समर्थन 
मंच पर भाजपा के कई पूर्व पार्षदों और नेताओं ने आकर नवीन गोयल को समर्थन का वादा किया। साथ ही गुरुग्राम के पंजाबी समुदाय और 36 बिरादरियों के प्रधानों ने भी साथ और समर्थन दिया। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरते हुए उन्होंने कहा," भले ही मेरे पास किसी पार्टी का सिंबल नहीं है लेकिन अगर गुरुग्राम विधानसभा की जनता मुझे भारी मतों से जीत दिलाती है तो फिर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसकी सरकार बनती है या किसकी नहीं।"

त्रिकोणीय मुकाबला 
गुरुग्राम में इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प और त्रिकोणीय है। भाजपा ने जहां ब्राह्मण समुदाय से मुकेश शर्मा को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने पंजाबी समुदाय से मोहित ग्रोवर को टिकट दी है। पिछले दो बार से लगातार वैश्य समुदाय का व्यक्ति ही भाजपा की टिकट पर गुरुग्राम से चुनाव जीत रहा है। 2024 में वैश्य समुदाय से अकेले नवीन गोयल ही निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने भी ऐलान कर दिया है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे, अपनी समाज की भावना का सम्मान करेंगे। नवीन गोयल के इस शक्ति प्रदर्शन ने भाजपा और कोंग्रेस दोनों की साँसे फुला दी है।नवीन गोयल को टिकट न देना भाजपा के लिए बड़ी गलती साबित हो सकती है। 

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