Logo
सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है, लिहाजा हर बार की तरह इस बार भी ब्रज मंडल की ओर से जलाभिषेक शोभायात्रा निकाली जाएगी। पिछले साल इस मौके पर हिंसा हुई थी और इस बार भी उपद्रवी नूंह को हिंसा में झोंकने के लिए तैयार हैं, लेकिन...

हरियाणा के नूंह में सावन के पहले सोमवार को ब्रज मंडल जलाभिषेक शोभा यात्रा निकाली जाएगी। 22 जुलाई को निकाली जाने वाली इस शोभायात्रा से पहले ही उपद्रवी एक्टिव हो चुके हैं। उपद्रवियों का प्रयास है कि पिछली बार की तरह इस बार भी किसी तरह नूंह को सांप्रदायिक हिंसा में धकेल दिया जाए। लेकिन, जिला पुलिस और प्रशासन पहले से सतर्क हैं।

नूंह की पुलिस अधीक्षक सोनाक्षी सिंह का कहना है कि सोशल मीडिया सेल में तैनात कांस्टेबल मनोज कुमार ने शिकायत दी थी कि देवला निवासी ताहिर 22 जुलाई को होने वाली जलाभिषेक शोभायात्रा को लेकर लोगों को सोशल मीडिया पर भड़काने का प्रयास कर रहा था। वह आम लोगों को भड़काने और जलाभिषेक शोभा यात्रा में बाधा डालने के लिए भड़क रहा था। पुलिस ने तुरंत मामले का संज्ञान लेकर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि आज बैठक का भी आयोजन किया गया, जिसमें निर्देश दिए गए कि जलाभिषेक यात्रा को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी तेज की जाए और आरोपियों के खिलाफ तुरंत एक्शन लें।

क्या है ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनका संबंध महाभारत काल से है। ब्रज मंडल ने हिंदुओं को पुरानी संस्कृति से जोड़ने के लिए जलाभिषेक यात्रा की शुरुआत की थी। यह जलाभिषेक यात्रा नल्हाड़ महादेव मंदिर से शुरु होती है। बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों के समय में हुआ था। पांडवों के नाम पर यहां एक कुंड भी बना है। श्रद्धालु यहां से कई चरणों को पार करते हुए श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर पहुंचते हैं। यहां भी भगवान शिव का जलाभिषेक होता है। पिछली बार हिंसा की वजह से यह यात्रा पूरी नहीं हो सकी थी। नूंह में अब इस यात्रा में किसी प्रकार का व्यवधान न पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस पहले से सतर्क है।

नूंह हिंसा देख दहल गए थे लोग

पिछली बार जलाभिषेक यात्रा के दौरान जो हिंसा हुई थी, उसे देखकर हर कोई दहल गया था। इस यात्रा को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। जलाभिषेक शोभा यात्रा में शामिल भक्तों को उपद्रवियों ने चारों तरफ से घेरकर फायरिंग और पथराव कर दिया। कई वाहन आग के हवाले कर दिए। कई लोगों ने मंदिर में शरण लेकर तो कुछ लोगों ने झाड़ियों के बीच छिपकर जान बचाई। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट़्स के हवाले से इस हिंसा में सात लोगों की मौत हुई, जबकि सैकड़ों घायल हुए। पुलिस ने दोनों पक्षों से 3000 से अधिक आरोपियों को अरेस्ट किया था।

5379487