Jind: किसान आदोलन पार्ट दो के चलते छठे दिन मंगलवार को भी दातासिंह वाला बॉर्डर पर शांति बनी रही। पंजाब की तरफ डेरा डाले बैठे किसानों ने अपने दायरे में रहकर दिनभर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी को जारी रखा। वहीं बॉर्डर पर तैनात फोर्स ने निगरानी बनाए रखी। अब दोनों पक्षों की 29 फरवरी को होने वाली वार्ता पर नजर टिकी है। हालांकि 28 को किसान नेताओं की दातासिंह वाला बार्डर पर बैठक बुलाई गई है, जिसमें 29 फरवरी को होने वाली बैठक पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
एक पखवाडा से डाला हुआ डेरा, तीन दिन बना था तनाव
दिल्ली कूच के 13 फरवरी को निकले पंजाब के किसानों को फोर्स ने दातासिंह वाला बॉर्डर पर रोक दिया था। जिसके चलते दो दिन तक हालात तनावपूर्ण रहे, जिसके बाद शांति बनी रही। 21 फरवरी को फिर से तनावपूर्ण हालात बने। लेकिन तैनात फोर्स ने बॉर्डर को पार नहीं करने दिया और किसानों को पंजाब के इलाके में रहने की हिदायत दी। इसके बाद बॉर्डर पर हालात शांतिपूर्ण बने हुए हैं। पंजाब के किसान अपने इलाके में ही डेरा डाल कर सरकार का विरोध कर रहे हैं। पुलिस भी हालातों को देखते हुए अलर्ट पर है।
कल होगी किसान नेताओं की बैठक, 29 के फैसले पर नजर
मंगलवार को दातासिंहवाला बार्डर पर किसी बड़े किसान नेता ने किसानों को संबोधित नहीं किया, लेकिन लोकल किसान नेताओं ने बनाई गई स्टेज पर भाषणबाजी को जारी रखा। किसानों का कहना था कि सरकार सोच रही है कि किसान अपने आप उठ कर चले जाएंगे, लेकिन जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती, तब तक किसान वापस नहीं जाने वाला। जब तक किसान नेताओं का फैसला नहीं आता, उनके फैसले के अनुसार उन्हें आगे बढ़ना है। 28 फरवरी को किसान नेताओं की आपस में बैठक होगी। 29 फरवरी को कोई फैसला लिया जाएगा।