Jind: जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में अब महिलाओं की ईसीजी के समय महिला कर्मचारी का होना जरूरी होगा। अगर महिला कर्मचारी नहीं होती है तो पुरूष कर्मचारी उसे बुलाएगा और फिर महिला की ईसीजी करेगा। इसे लेकर नागरिक अस्पताल में सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि आदेशों की पालना न करने पर महिला की निजता अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मिल रही थी शिकायतें, पुरूष करते हैं महिलाओं की ईसीजी
नागरिक अस्पताल में ईसीजी कक्ष में पुरूषों द्वारा महिलाओं की ईसीजी किए जाने की शिकायतें मिल रही थी। जिस पर महिलाओं ने ऐतराज जताया और कहा कि ईसीजी के दौरान महिला कर्मी का होना आवश्यक है। जैसे ही मामला अस्पताल प्रशासन के संज्ञान में आया तो इस मुद्दे को अस्पताल प्रशासन ने गंभीरता से लिया। अब अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी द्वारा इस बारे में पत्र जारी किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि अब भविष्य में जब कभी भी इमरजेंसी वार्ड में किसी भी महिला की ईसीजी की जाएगी तो उस समय महिला कर्मचारी या महिला अधिकारी का उपस्थित रहना जरूरी है। पत्र में कहा गया कि आरएमओ और एसएनओ इन आदेशों की पालना करना सुनिश्चित करेंगे। नियमों की पालना न करने पर महिला निजता की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ईसीजी के समय महिला कर्मचारी का होने जरूरी : डॉ. भोला
नागरिक अस्प्ताल के डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि महिलाओं की इमरजेंसी वार्ड में ईसीजी के समय महिला कर्मचारी के रहने को जरूरी किया गया है। पीएमओ द्वारा इसे लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है। आदेशों की हर हाल में पालना की जाएगी। महिलाओं की तरफ से शिकायत मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है।