Haryana: किसानों के 13 फरवरी को पंजाब से दिल्ली वाया अम्बाला में दिल्ली कूच को लेकर शनिवार को हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने शंभु बोर्डर, सद्दोपुर बोर्डर का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए रूपरेखा तैयार करते हुए उस पर कार्य भी कर रही है। बीते दो दिन पहले जहां से किसानों के आने की आशंका है, उन स्थानों को चिन्हित करते हुए कई स्थानों पर नाके लगाने बारे भी निर्देश दिए गए हैं।
शंभु बोर्डर के साथ अन्य नाकों पर पुलिस ने किया व्यापक प्रबंध
किसान आंदोलन को लेकर शंभु बोर्ड के साथ-साथ अन्य सभी नाकों पर पुलिस की व्यापक व्यवस्था की गई है। इसी कड़ी में डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर ने उक्त दोनों बोर्डरों का निरीक्षण करते हुए यहां पर पुलिस द्वारा जो प्रबंध किए गए हैं, उसकी आईजी अम्बाला व पुलिस अधीक्षक अम्बाला से विस्तृत जानकारी हासिल की। उपायुक्त डॉ. शालीन ने भी जिला प्रशासन द्वारा यहां पर जो प्रबंध किए गए हैं, उस बारे में उन्हें अवगत करवाया। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखते हुए कार्य कर रहे है।
हरियाणा पुलिस ने जारी की ट्रैफ़िक एडवाइज़री
किसान संगठनों द्वारा 13 फरवरी को दिल्ली कूच के आह्वान के चलते हरियाणा पुलिस द्वारा यात्रियों की सुविधा को लेकर एहतियात के तौर पर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। हरियाणा पुलिस ने इस दौरान लोगों से प्रदेश के मुख्य मार्ग का उपयोग अति आवश्यक स्थिति में ही करने की सलाह दी। हरियाणा से पंजाब की ओर जाने वाले सभी मुख्य मार्गों पर यातायात के बाधित रहने की संभावना है। लोग पंजाब की ओर यात्रा अति आवश्यक परिस्थितियों में ही करें। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), हरियाणा ममता सिंह ने बताया कि ट्रैफिक की वर्तमान स्थिति जानने के लिए हरियाणा पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- ट्विटर के @police_haryana , @DGPHaryana तथा फेसबुक अकाउंट Haryana Police को फॉलो करें।
प्रदेश के 8 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं की बंद
किसान आंदोलन को देखते हुए सरकार की तरफ से प्रदेश के 8 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इन जिलों में अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद व सिरसा शामिल है। सरकार की तरफ से 11 से 13 फरवरी तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया है ताकि किसी प्रकार की भ्रामक सूचनाओं को आदान प्रदान न हो।