Jind: प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी करवाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए सभी सिविल सर्जनों को पत्र भी जारी किए गए हैं लेकिन चिकित्सकों के अभाव में लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जींद का नागरिक अस्पताल भी इससे अछूता नहीं है। जिला के एक मात्र सरकारी अस्तपाल में नियुक्त गायनेकोलॉजिस्ट (महिला रोग विशेषज्ञ) डॉ. मोनिका पूनिया हैं, जिन्हें चोट लग गई है। इसके चलते उन्होंने चार दिन की छुट्टी अप्लाई की है। ऐसे में मंगलवार से गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। समस्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने फील्ड से महिला चिकित्सक की डिमांड की है।
प्रतिदिन 300 के आसपास महिलाओं की होती है जांच
नागरिक अस्पताल में डॉ. मंजू ओपीडी देखती हैं। यहां प्रतिदिन 300 के आसपास महिलाओं की जांच होती है। इतनी संख्या में गर्भवतियों की जांच में परेशानी आती है। इस कारण अस्पताल में लगभग दो बजे तक महिलाओं की लाइन लगी रहती है। वहीं दूसरी तरफ डिलीवरी के लिए एक महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका पूनिया है। प्रतिदिन अस्पताल में 10 से 12 महिलाओं की डिलीवरी होती हैं। इनमें से तीन से पांच महिलाओं का सिजेरियन भी करना पड़ता है। यदि एक समय में दो से तीन महिलाओं का सिजेरियन करना होता है तो परेशानी बढ़ जाती है। इसके चलते दूसरी महिलाओं को इंतजार करना पड़ता है।
डॉ. मोनिका को लगी हाथ पर चोट, चार दिन की छुट्टी ली/strong>
गायनेकोलॉजिस्ट (महिला रोग विशेषज्ञ) डॉ. मोनिका पूनिया के हाथ पर चोट लगी है, जिसके चलते उन्होंने चार दिन की छुट्टी अप्लाई कर दी है। ऐसे में नागरिक अस्पताल में होने वाले सिजेरियन रामभरोसे पर आ गए हैं। अगर नागरिक अस्पताल की बात की जाए तो प्रत्येक माह एक हजार से अधिक डिलीवरी होती हैं और इनमें से 70 से 75 तक सिजेरियन डिलीवरी भी होती हैं। डिलीवरी को लेकर लोग सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं पर अधिक भरोसा करते हैं। यदि नागरिक अस्पताल में दो से तीन महिला रोग विशेषज्ञ हों तो प्रतिमाह डिलीवरी का यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है और उन्हें रोहतक रेफर करने की नौबत नहीं आएगी।
फिल्ड से महिला चिकित्सक को लेकर डिमांड भेजी : पीएमओ
नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. जितेंद्र कादियान ने बताया कि महिलाओं की डिलीवरी का पूरा कार्य डॉ. मोनिका पूनिया अकेले कर रही हैं। अगर रात को भी जरूरत के समय ऑपरेशन थिएटर में बुलाया जाता है, तो वह आती हैं। हालांकि विशेष परिस्थितियों में किसी निजी महिला रोग विशेषज्ञ को भी बुलाने का प्रावधान है। अब डॉ. मोनिका ने हाथ पर चोट लगने की वजह से चार दिन की छुट्टी ली है। ऐसे में फिल्ड से महिला चिकित्सक की डिमांड की गई है। महिला रोग विशेषज्ञ के लिए स्वास्थ्य निदेशालय को मांग भेजी हुई है।