Charkhi Dadri: सरकारी स्कूल में एक नाबालिग छात्रा के साथ अध्यापक द्वारा छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया। स्कूल प्राचार्य द्वारा पुलिस को दिए गए गुमनाम पत्र ने मामले की पोल खोल दी। पत्र मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवई की और मात्र तीन दिन के अंदर आरोपी अध्यापक को काबू कर लिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
महिला थाना को मिला स्कूल प्राचार्य का गुमनाम पत्र
डीएसपी सुभाषचन्द्र ने बताया कि 14 जनवरी को दादरी जिला के सरकारी स्कूल के प्राचार्य का पत्र महिला थाना में प्राप्त हुआ था। प्राचार्य ने जगह, पीड़ित का नाम पूरी तरह से गुप्त रखते हुए अध्यापक द्वारा नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ का जिक्र पत्र में किया था। शिकायत पत्र में प्राचार्य ने बताया था कि वे 20 नवंबर से 6 दिसंबर तक प्री-आरडी कैंप पंजाब में गए थे, इस दौरान एक महिला अध्यापक को स्कूल का कार्यवाहक प्रभारी बनाया गया था। 5 दिसंबर को स्कूल में एक अध्यापक ने उसी स्कूल की छात्रा के साथ छेड़छाड़ की। पत्र में ना स्कूल का नाम था और ना ही किसी पीड़ित या गांव का नाम लिखा गया था।
प्राचार्य का पत्र मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने किया मंथन
छात्रा से छेड़छाड़ का मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तो उन्होंने जांच के लिए मंथन शुरू कर दिया। पुलिस टीम ने पहले जांच में स्कूल की पहचान की। जब महिला पुलिस स्कूल पहुंची तो शीतकालीन अवकाश के कारण स्कूल बंद मिला। इसके बाद पुलिस प्राचार्य के घर पहुंची। पुलिस पूछताछ में प्राचार्य ने मामले की विस्तार से जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की।
अध्यापक के खिलाफ पोक्सो एक्ट में किया मामला दर्ज
प्राचार्य ने पुलिस को बताया कि जब वह स्कूल पहुंचे तो छात्रा से अध्यापक द्वारा छेड़छाड़ करने का पता चला। वह नहीं चाहते कि दोषी को किसी सूरत में माफ किया जाए। प्राचार्य की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी अध्यापक पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी अध्यापक को बीती रात काबू कर लिया, जिसको न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। पुलिस मामले में छात्रा से भी पूछताछ करने का प्रयास कर रही है।