Jind: यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए रेलवे सुपरफास्ट ट्रेनों में अनारक्षित बोगी बढ़ाएगा। इसको लेकर यात्रियों को सफर करने के दौरान कोई परेशानी नहीं आएगी। इसके लिए रेलवे ने ट्रायल के तौर पर श्रीगंगानगर-दिल्ली इंटरसिटी और जयपुर-दिल्ली-बठिंडा सैनिक एक्सप्रेस में दो-दो बोगी बढ़ा दी है। इसका असर यह हुआ कि अब इन ट्रेनों में यात्रियों को आराम से सीटें मिल रही है और सफर करने में कोई दिक्कत नहीं हो रही। रेलवे अधिकारियों ने भी सभी सुपरफास्ट ट्रेनों में बोगी बढ़ाने के लिए हेड ऑफिस में प्रपोजल भेजा हुआ है। बोगी बढ़ाने की मंजूरी मिलते ही सभी सुपरफास्ट ट्रेनों में अनारक्षित बोगी बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
दिल्ली बठिंडा मार्ग पर दौड़ रहीं 15 से अधिक गाड़ियां
गौरतलब है कि दिल्ली-बठिंडा रेलमार्ग पर रोजाना 15 से ज्यादा सुपरफास्ट गाड़ियां अप-डाउन करती हैं। इनमें से अधिकतर गाड़ियां लंबे रूट की है जो उत्तर से दक्षिण भारत तक जाती हैं। इन सुपरफास्ट ट्रेनों में नरवाना, उचाना, जींद और जुलाना स्टेशन से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं। जिले से सैकड़ों ऐसे यात्री हैं जो रोजाना दिल्ली, लुधियाना, बठिंडा, रोहतक, बहादुरगढ़ तक व्यापार के सिलसिले में आवागमन करते हैं। सुपरफास्ट ट्रेनों में अनारक्षित बोगी बढ़ने से दैनिक यात्रियों को भी काफी राहत मिलेगी।
ट्रायल तौर पर इंटरसिटी और सैनिक एक्सप्रेस में बढ़ाई बोगी
रेलवे ने फिलहाल दो सुपरफास्ट ट्रेनों में बोगी बढ़ाई है। इन दोनों ट्रेनों में बोगी ट्रायल तौर पर बढ़ाई है, जिससे यात्रियों को कितना फायदा होगा, यह देखा जा रहा है। रेलवे ने श्रीगंगानगर से दिल्ली के लिए चलने वाली 12481-82 नंबर सुपरफास्ट ट्रेन में दो अनारक्षित बोगी बढ़ाई है जबकि 20409-10 दिल्ली कैंट बठिंडा सुपरफास्ट ट्रेन में भी एक थर्ड एसी और एक आरक्षित कोच की अस्थायी तौर पर बढ़ोतरी की है। हालांकि श्रीगंगानगर इंटरसिटी में दो बोगी बढ़ाए जाने से यात्रियों की परेशानी खत्म हो गई है। सुबह के समय श्रीगंगानगर की तरफ से आने वाली इंटरसिटी में नरवाना और जींद जंक्शन पर यात्रियों को जगह नहीं मिल पाती थी लेकिन बोगी बढ़ने के बाद सीटें मिल पा रही हैं।
अवध-असम में यात्रियों को नहीं मिलती जगह
डिबरुगढ़ से लालगढ़ अवध-असम ट्रेन का दिल्ली-बठिंडा रेलमार्ग पर गुजरने वाली ट्रेनों में सबसे लंबा रूट है। रेलवे ने इस ट्रेन से आरक्षित और अनारक्षित कोच घटा दिए हैं जबकि एसी कोच बढ़ा दिए। इससे मध्यमवर्गीय यात्री अब टिकट लेकर इस ट्रेन में सफर नहीं कर सकते। क्योंकि इस ट्रेन में न तो आरक्षित और न अनारक्षित कोच में जगह मिलती है। सीट तो मिलनी दूर खड़ा होने के लिए भी जगह नहीं मिल पाती। धान, गेहूं के सीजन में तो सफर करना बेहद मुश्किल है। क्योंकि इन दिनों यूपी और बिहार से प्रवासी लोग मजदूरी करने के लिए हरियाणा और पंजाब जाते हैं। ट्रेन में जगह नहीं होने के कारण प्रवासी लोगों को टॉयलेट में बैठकर सफर करना पड़ता है।
अतिरिक्त बोगी बढ़ाने का भेजा प्रपोजल
जींद रेलवे जंक्शन स्टेशन अधीक्षक जेएस कुंडू ने बताया कि सुपरफास्ट ट्रेनों में अतिरिक्त बोगी बढ़ाने के लिए प्रपोजल भेजा हुआ है। मंजूरी मिलते ही बोगी बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। ट्रेनों में अतिरिक्त बोगी बढ़ जाने पर यात्रियों को सफर करने में परेशानी नहीं आएगी और उनको सीट भी मुहैया होगी।