Ambala Railways:अंबाला में रेलवे ने विरोधाभास दूर कर दिया है। रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किराये को लेकर विरोधाभास हो गया था। अंबाला और बीकानेर में एक ही ट्रेन से आने का किराया 10 रुपये था तो उसी ट्रेन से वापस जाने का किराया 30 रुपये देना पड रहा था। अब रेलवे ने देशभर में न्यूनतम किराया 10 रुपये कर दिया है और साथ ही सभी मंडलों में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
बीकानेर से अंबाला आने वाली लोकल ट्रेन में जहां दस रुपये न्यूनतम किराया लिया जाता था, वहीं अंबाला से इसी ट्रेन में न्यूनतम किराया तीस रुपये वसूले जाते थे। बुकिंग क्लर्कों के पास इस संबंध में कोई आदेश नहीं थे, जिसके कारण वह टिकट जारी नहीं कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रियों से टिकटें प्राप्त की गई थी, जिसमें एक ही ट्रेन का किराया अलग-अलग था। अंबाला ही नहीं संगरिया (राजस्थान ) स्टेशन से पंजाब के बठिंडा आने का किराया दस रुपये लिया गया, जबकि बठिंडा से संगरिया जाने का किराया तीस रुपये लिया गया। ऐसा में नहीं बल्कि कई मंडलों के विभिन्न स्टेशनों पर ऐसा ही हो रहा था।
नहीं हो पाया था किराया अपडेट
दरअसल, रेलवे बोर्ड की ओर से 21 फरवरी, 2024 को ही आदेश जारी कर दिए गए थे। जिसमें यह कहा गया था कि जिन पैसेंजर ट्रेनों को कोरोना काल में स्पेशल ट्रेनों का दर्जा दिया गया, उनको वापस पैसेंजर ट्रेनों का ही दर्जा दे दिया जाए। यह आदेश तो जारी कर दिए गए थे, लेकिन सेंटर फार रेलवे इनफार्मेशन सिस्टम में अपडेट नहीं किया गया। ऐसा न करने से देश भर के सभी अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम (UTS) में किराया अपडेट नहीं हो पाया।
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रेलवे बोर्ड का आदेश तो आ गया, लेकिन मुख्यालय ने इन आदेशों को आगे जारी नहीं किया गया था। ऐसे में कुछ जोन में न्यूनतम किराया तीस से घटाकर दस रुपये कर दिया गया, तो कहीं यह तीस रुपये ही रहा। जिस कारण अंबाला के यात्रियों को भी टिकट को लेकर असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। आदेश जारी होने के बाद देश के साथ हरियाणा को यात्रियों को भी बहुत राहत मिलेगी और उनको अब न्यूनतम किराया दस रुपये ही देना होगा।