Logo
हरियाणा के फतेहाबाद में बंदरों व आवारा पशुओं को पकड़ने व कुत्तों की नसबंदी करने का काम कल से शुरू हो जाएगा। इसके लिए डीएमसी ने दोनों एजेंसियों को अप्रूवल दे दी। अब लोगों को आवारा पशुओं से राहत मिलेगी।

Fatehabad: पिछले दिनों बंदरों द्वारा एक महिला पर हमले की घटना के बाद जागे नगरपरिषद ने अब बंदरों के साथ कुत्तों की नसबंदी के अलावा आवारा पशुओं को पकड़ने का निर्णय लिया। डीएमसी ने मंगलवार को दोनों एजेंसियों को अप्रूवल दे दी। नगरपरिषद के कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र सोनी के अनुसार दो दिन के अंदर शहर में कुत्तों की नसबंदी और आवारा पशुओं को पकड़ने का काम शुरू हो जाएगा। आवारा पशुओं के पकड़े जाने के बाद शहरवासियों को भी राहत मिलेगी।

बंदरों व आवारा पशुओं ने मचाया हुआ है आतंक

बता दें कि फतेहाबाद में बंदरों, आवारा पशुओं और कुत्तों का आतंक मचा हुआ है। एक रिकार्ड के अनुसार फतेहाबाद में 200 बंदर, 400 आवारा कुत्ते व 300 के करीब आवारा पशु घूम रहे हैं जो लोगों को काटते है या दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। नगरपरिषद ने कुत्तों की नसबंदी के लिए रॉयल पेट्स क्लीनिक ऐलनाबाद को 1390 रुपए प्रति नसबंदी की दर से टेंडर जारी किया है। ऑनलाइन टेंडर में एक ही फर्म ने इसके लिए आवेदन डाला। आमतौर पर ऑनलाइन टेंडर में तीन एजेंसियां आने के बाद ही उसे खोला जाता है लेकिन लोकसभा चुनावों को लेकर लगने वाली आचार सहिंता को देखते हुए नगरपरिषद ने इसी फर्म को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। उक्त फर्म ने 1500 रुपए प्रति कुत्ते की नसबंदी की दर से आवेदन दिया था। नगरपरिषद अधिकारियों ने मोल-भाव करके 1390 रुपए प्रति नसबंदी की दर से फर्म को टेंडर अलॉट कर दिया है। डीएमसी संजय बिश्नोई ने मंगलवार को इस पर अपनी सहमति दे दी।

रॉयल इंटरप्राइजिज रेवाड़ी शहर से पकड़ेगी आवारा पशु

शहर में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए रॉयल इंटरप्राइजिज रेवाड़ी की फर्म को 920 रुपए प्रति पशु की दर से टेंडर जारी किया गया है। यह टीम शहर से आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला में भेजेगी। नगरपरिषद के डीएमसी संजय बिश्नोई ने फतेहाबाद के बीडीपीओ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। टीम के कर्मचारी बेसहारा पशुओं को पकड़कर बीडीपीओ के हवाले करेंगे। बीडीपीओ गौशालाओं से तालमेल कर इन पशुओं को वहां भेजेंगे।

शहर से पकड़े जा चुके हैं 33 बंदर

बता दें कि फतेहाबाद में एक महिला पर बंदरों के हमले के बाद लोगों के गुस्से को देखते हुए नगरपरिषद ने मथुरा से एक विशेष टीम को बंदरों को पकड़ने के लिए बुलाया था। इस टीम ने फतेहाबाद शहर से 33 बंदरों को पकड़ा था। इन सभी बंदरों को यहां से पकड़कर फिरोजपुर झिरका के जंगलों में छोड़ा गया है। नगर परिषद के ईओ राजेंद्र सोनी ने बताया कि कुत्तों की नसबंदी के लिए डीएमसी ने अप्रूवल दे दी है। एक कुत्ते की नसबंदी के लिए फर्म को 1390 रुपए प्रति नसबंदी की दर से भुगतान किया जाएगा। इस अभियान पर 2-3 दिन में काम शुरू हो जाएगा।

5379487