Rewari: सीएम फ्लाइंग टीम ने बुधवार को गांव सहारनवास स्थित एक रोड़ी-बजरी मिक्सर प्लांट पर छापेमारी की। सीएम फ्लाइंग के साथ बिजली, माइनिंग, पॉल्यूशन और नगर योजनाकार डिपार्टमेंट के अधिकारी भी मौजूद रहे। प्लांट चलाने से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं मिलने पर टीम ने एक कन्वेयर बेल्ट व दो कंप्रेसर को सील कर दिया। मामले में सभी विभाग अपनी लिखित रिपोर्ट अलग से पेश करेंगे।
शिवा आरएमसी प्लांट पर मारी थी रेड
सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि प्लांट अवैध रूप से चलाया जा रहा है। सीएम फ्लाइंग के इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार, माइनिंग विभाग से इंस्पेक्टर आरजू, बिजली विभाग से जेई पवन, डीटीपी से धर्मपाल व पॉल्यूशन डिपार्टमेंट से अंजूरानी की टीम ने गांव सहारनवास स्थित शिवा आरएमसी प्लांट पर रेड की। प्लांट पर इंजीनियर कुलदीप मौके पर कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। खनन निरीक्षक आरजू ने डस्ट का मापतौल किया तो मौके पर करीब 1500 एमटी रोड़ी व 12007 एमटी डस्ट मिली। बिल प्रस्तुत नहीं किए जाने पर फर्म को नोटिस जारी किए जाएंगे। बिजली विभाग से जेई पवन कुमार ने बताया कि प्लांट पर कोई बिजली कनेक्शन निगम से नहीं लिया गया। प्लांट पर सारा काम जनरेटर से किया जा रहा है। प्रदूषण विभाग से अंजुरानी ने प्लांट के संबंध में कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए जाने पर एक कन्वेयर बेल्ट व दो कंप्रेसर को मौके पर ही सील कर दिया।
फाइनेंस कंपनी को धोखा देने के लिए आरोपी ने बदली नंबर प्लेट
राव तुलाराम स्टेडियम के पास एक कार सड़क पर खड़ी थी, जिससे सड़क यातायात बाधित हो रहा था। कार में चालक नहीं था। कार की पीछे की नंबर प्लेट भी गायब थी। आगे की नंबर प्लेट के नंबरों के आधार पर पता करने के प्रयास किए, लेकिन वह नंबर कंफर्म नहीं हुई। कुछ देर बाद माजरा श्योराज निवासी सुनील ने वहां बताया कि यह कार उसकी है। आरसी दिखाने की बात पर उसने कहा कि वह चालान होने के बाद पहले ही पुलिस के पास जमा है। संदेह होने पर पूछताछ की तो उसने बताया कि यह गाड़ी उसकी पत्नी के नाम से पंजीकृत है। गाड़ी की किश्तों का भुगतान नहीं करने के कारण उसने गाड़ी घर पर ही खड़ी की हुई थी। अब फाइनेंस कंपनी के प्रतिनिधियों से बचने के लिए उसने गाड़ी की नंबर प्लेट चेंज कर दी, ताकि वह गाड़ी को पहचान नहीं पाएं। पुलिस ने आरोपी को काबू करने के बाद कार को कब्जे में ले लिया।