Hansi: सीआईए पुलिस ने कंवारी गांव के सरपंच नरसिंह उर्फ संजय दूहन हत्याकांड के मुख्य आरोपी को अवैध पिस्तौल उपलब्ध करवाने वाले व हत्या के बाद मौके से भागे आरोपितों को शरण देने में सहयोग करने वाले दो आरोपियों को काबू किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान उमरा निवासी सोमबीर तथा भिवानी जिले के गांव कैरु निवासी देसराज के रुप में हुई। दोनों को अदालत में पेश किया, जहां से देसराज को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया, जबकि सोमबीर को दो दिन के रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी और अवैध पिस्तौल कहां से लेकर आया, इसके बारे में जानकारी हासिल की जाएगी।
हत्याकांड में सोमबीर ने उपलब्ध करवाई थी अवैध पिस्तौल
पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद ने बताया कि सीआईए वन की टीम ने कंवारी में गांव के मौजूदा सरपंच संजय दूहन उर्फ नरसिंह की हत्या करने के लिए उमरा निवासी सोमबीर ने अमन को अवैध पिस्तौल और कारतूस मुहैया करवाया था। जबकि कैरु निवासी देसराज ने सरपंच नरसिंह उर्फ संजय दूहन की हत्या कर भागे आरोपियों को शरण दी थी। सीआईए की टीम ने गुप्त सूचना के आधार अवैध पिस्तौल उपलब्ध करवाने वाले आरोपी सोमबीर को मलिक अस्पताल के नजदीक उत्तम नगर व आरोपियों को शरण देने वाले देसराज को जाट धर्मशाला के समीप से गिरफ्तार किया।
अमन व सुमित ने गोलिया मारकर की थी नरसिंह की हत्या
गौरतलब है कि सरपंच नरसिंह उर्फ संजय दूहन की 3 मार्च रात को अमन व सुमित ने उस वक्त गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी, जिस वक्त वह परिवार में अपने भतीजे विक्रम की शादी में शामिल होकर गांव भैणी अमीरपुर से वापस अपने घर लौट रहा था। संजय सरपंच के हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद द्वारा एसआईटी का गठन किया गया। इसके बाद हिसार एसटीएफ की टीम ने सरपंच नरसिंह उर्फ संजय की हत्या करने के आरोप में 9 मार्च को कंवारी गांव निवासी सुमित छाबड़ा, सचिन व कर्णपाल उर्फ कर्ण तथा उमरा निवासी अमन को गिरफ्तार कर लिया था।