Bahadurgarh: पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की हत्या के बाद से ही उनका परिवार सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं है। पुलिस द्वारा उपलब्ध करवाई गई सुरक्षा के बावजूद उनके परिजनों को धमकियां मिली थी। कई अन्य आशंकाओं के बीच उनके पुत्र पार्षद जितेंद्र राठी ने हाईकोर्ट से सुरक्षा संबंधी गुहार लगाई। उच्च न्यायालय ने सरकार से पर्याप्त सुरक्षा देने तथा इसमें किसी तरह के फेरबदल से 3 सप्ताह पहले परिजनों को अग्रिम सूचना देने के आदेश दिए।
सुरक्षा को लेकर उच्च न्यायालय में दायर की थी याचिका
नफे सिंह राठी के परिवार की तरफ से उनके पुत्र पार्षद जितेंद्र राठी द्वारा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। इसमें बताया गया कि 25 फरवरी को उनके पिता की हत्या के बाद भी उन्हें धमकियां मिल रही हैं। इस पर 20 मई को सुनवाई के दौरान सरकार के वकील ने बताया कि रोटेशन के आधार पर नफे सिंह के घर पर 10 गनमैन तैनात किए गए हैं। इनेलो नेता अभय चौटाला को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करवा दी गई है। लगातार मिल रही धमकियों के बीच जितेंद्र राठी को भी वाई श्रेणी की सुरक्षा देने के सवाल पर सरकारी वकील ने समय मांगा। अदालत ने 28 मई को सुनवाई तय कर दी।
अत्याधुनिक हथियारों से लैस 25 सुरक्षाकर्मी रहेंगे तैनात
हाईकोर्ट में दिए शपथ पत्र में प्रदेश सरकार की ओर से बताया गया कि जिला एवं सत्र न्यायधीश अजय तेवतिया की अध्यक्षता में जिला अटॉर्नी अशोक कुमार व डीसीपी डॉ. अर्पित जैन की जिला स्तरीय कमेटी ने 23 मई को हुई बैठक में राठी परिवार को दी गई सुरक्षा की समीक्षा की। इसे पर्याप्त बताते हुए जारी रखने की सिफारिश की। राठी परिवार समेत हत्याकांड से जुड़े गवाहों की सुरक्षा बढ़ाते हुए ऑटोमेटिक हथियारों से लैस 25 सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करवाने की जानकारी हाईकोर्ट को दी गई। अदालत ने इस सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह का फेरबदल करने से 3 हफ्ते पहले ही राठी परिवार को अग्रिम सूचना देने की हिदायत दी है।