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हरियाणा के बिलासपुर क्षेत्र में सोम नदी पुल के पास किसी ने नवजात बच्ची को नग्न अवस्था में सड़क पर फेंक दिया। वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने बच्ची को रोते हुए देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को कब्जे में लेकर अस्पताल में भर्ती करवाया।

Yamunanagar : बेटियों पर होने वाले नहीं थम रहे अत्याचार। आज भी बेटे की चाहत रखने वाले लोग बेटियों से नफरत कर रहे हैं और उन्हें जन्म लेते ही सड़कों पर लावारिश हालत में छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बिलासपुर क्षेत्र में रणजीतपुर के नजदीक स्थित सोम नदी पुल के पास देखने को मिला, जहां किसी ने नवजात बच्ची को नग्न अवस्था में सड़क पर फेंक दिया। गनीमत रही कि इस दौरान वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने बच्ची को रोते हुए देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने बच्ची को कब्जे में लेकर अस्पताल में भर्ती करवाया। बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है।

सोमनदी पुल के पास बच्चे की सुनी रोने की आवाज

बिलासपुर के रणजीत पुर के नजदीक स्थित सोमनदी पुल के पास से एक व्यक्ति गुजर रहा था। उसे सोमनदी के पुल के पास किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने मौके पर जाकर देखा तो एक नवजात बच्ची नग्न हालत में पुल के पास सड़क पर पड़ी रो रही थी। ठंड के कारण बच्ची का बुरा हाल था। उसने तुरंत बच्ची को उठाकर सीने से लगा लिया और पुलिस को सूचना दी। रणजीतपुर पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई वेदपाल ने पुलिस टीम के साथ मौके पर जाकर बच्ची को कब्जे में लिया और उसे जगाधरी अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

3 दिन पहले भी मिला था नवजात बच्चा

तीन दिन पहले 29 दिसंबर को भी पुलिस ने शहर के जगाधरी वर्कशॉप मार्ग स्थित दुकानों के पास से पॉलिथीन में बंद एक नवजात बच्चे को बरामद किया था। जिसे कुत्तों ने नोच रखा था। गनीमत यह थी कि समय रहते बच्चे को अस्पताल में दाखिल करवा दिया और वह अब स्वस्थ है।

नवजात बच्चा फेंकना है कानून अपराध

महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी बलजीत कौर ने बताया कि किसी भी नवजात को लावारिस छोड़ना कानूनी अपराध है। जिसमें आरोपी को सात साल की कैद व जुर्माना हो सकता है। उधर, नवजात बच्चों को लावारिस फेंकने के मामले बढ़ते देख पुलिस अलर्ट हो गई है और ऐसे आरोपियों की जांच में जुट गई है।

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