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हरियाणा में सिरसा सीट से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की विधानसभा चुनावों के दौरान चुप्पी साधने से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। पूर्व सीएम मनोहर लाल व बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश पार्टी में शामिल होने का सैलजा को ऑफर दे चुके है। अब इसका विस चुनाव पर कितना असर पड़ेगा, यह आने वाला समय ही बताएगा।

योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़: आखिरकार सिरसा सीट से कांग्रेस की लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा का विधानसभा चुनाव के ऐन वक्त पर चुप्पी साधने का मामला सूबे और राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ गया है। सूबे के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपनी हर सभा में एक वरिष्ठ व दलित नेत्री का अपमान करने के मुद्दे पर बोल रहे हैं। वहीं उनके सियासी गुरु व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने एक कदम आगे बढ़ते हुए सैलजा को भाजपा ज्वाइन करने का ऑफर दे दिया। सैलजा की चुप्पी व अचानक ही प्रचार की मुहिम से दूरी बना लेना, अब मुद्दा बन गया है।

चुनाव में बने घमासान के हालात

कांग्रेस सांसद सैलजा की नाराजगी पर हरियाणा चुनाव में घमासान के हालात बन गए हैं, हालांकि सैलजा इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से बच रही हैं। उन्होंने पूरी तरह से दूरी बना ली है। चुनावी बयानबाजी के बीच सैलजा पूरी तरह से राजनीतिक सभाओं से भी दूरी बनाए हुए है। सैलजा के मामले को मुद्दा बनाते हुए भाजपा के सारे दिग्गजों द्वारा ऑफर दिया गया है कि वे भाजपा ज्वाइन कर लें। सैलजा के पास अब भाजपा व कई दलों से ऑफर आ रहे हैं। लेकिन सबसे पहले भाजपा नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने सैलजा को बीजेपी में आने का ऑफर दिया।

बसपा नेशनल कोऑर्डिनेटर ने दिया ऑफर

बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने कांग्रेस नेता सैलजा को पार्टी में शामिल होने का खुला न्योता दे दिया। आकाश आनंद का कहना है कि कुमारी सैलजा के लिए बहुजन समाज पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए खुले हैं। बता दें कि कुमारी सैलजा 30 समर्थकों के लिए पार्टी हाईकमान से टिकटों की मांग कर रही थी। मगर उनके 4 समर्थकों को ही टिकट दिया गया। जबकि पूर्व सीएम और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे का दबदबा रहा। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने चरम पर है। लेकिन कुमारी सैलजा ने दूरी बनाते हुए चुप्पी साध रखी है।

इनेलो से बीएसपी का गठबंधन

आईएनएलडी ( इनेलो ) से गठबंधन के बाद बहुजन समाज पार्टी के नेता और मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी हरियाणा के सियासी दंगल-2024 में कूद पड़े हैं। शनिवार को हरियाणा के करनाल में आकाश आनंद ने चुनावी सभा की और लोगों से जुड़ने का प्रयास किया। हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनका यह प्रयोग सफल रहा तो वे देश के दूसरे राज्यों में भी जाएंगे। आकाश आनंद ने बताया कि उनका लक्ष्य बसपा की सियासी जमीन को फिर से मजबूत करना है।

सार्वजनिक सभाओं से गायब हैं सैलजा

नाराज कांग्रेस की दिग्गज नेता पिछले कई दिनों से चुनाव प्रचार में नजर नहीं आ रही, जिसकी वजह से हुड्डा गुट में खलबली मच गई है। वहीं चुनाव से पहले भाजपा ने इस चुनावी समर में इस मौके को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में सैलजा का नाराज होना भी आ रहा है, लेकिन हाईकमान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लगातार खंडन कर रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता सैलजा का पक्ष तो ले रहे हैं, लेकिन सैलजा पर्दे से गायब हैं। सैलजा की हरियाणा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में गिनती हैं। अनुसूचित जाति से आने वाली सैलजा कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं, साथ ही 21 विधानसभा सीटों पर होल्ड रखती हैं।

जयप्रकाश की भी चौतरफा निंदा

चुनावी मुहिम में सांसद और कांग्रेस नेता जयप्रकाश द्वारा एक बुजुर्ग व्यक्ति को लात मारने का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसकी चौतरफा निंदा हो रही है। पहले भी कई कारणों से सुर्खियों व महिलाओं पर टिप्पणी के कारण जेपी की जमकर निंदा हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बौखला चुकी है। कांग्रेस के लोगों द्वारा कुमारी सैलजा को मानसिक रूप से पीड़ित किया। सैलजा कांग्रेस पार्टी की सीनियर नेता हैं, अगर उन्होंने यह कह दिया कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहती है, तो उसमें कोई गलत नहीं है। सैलजा एक सीनियर लीडर हैं उन्होंने अपना जीवन पार्टी के लिए समर्पित किया है, ऐसे में सीएम पद की दावेदारी गलत नहीं है।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, साथ लड़ेंगे चुनाव

कांग्रेस पार्टी के सांसद दीपेंद्र हुड्डा का कहना है कि सैलजा की नाराजगी की खबरें भाजपा नेताओं द्वारा प्रचारित की जा रही है। जबकि सभी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है, वे लगातार प्रचार व जनसंपर्क में जुटी हुई हैं। कांग्रेस के सभी नेता एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और सभी नेता मिलकर प्रचार करेंगे। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में हरियाणा की राजनीति में क्या फेरबदल देखने को मिलता है।

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