Rohtak: एमडीयू में बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, इसी दौरान आम आदमी पार्टी के छात्र नेता दीपक धनखड़ को धोखे से फैकल्टी हाउस बुलाकर नजरबंद कर दिया। विभिन्न छात्र संगठनों ने प्रदर्शन की चेतावनी दे रखी थी, वही सभी छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों को प्रशासन ने बुलाकर आश्वासन दिया कि सभी छात्र संगठनों के दो सदस्यों को अपनी मुख्यमंत्री से मिलवाया जाएगा। वहीं 10 छात्र संगठनों को एमडीयू के फैकल्टी हाउस में बुलाया गया। जहां पर 9 छात्र संगठनों को मुख्यमंत्री से मिलवाया, लेकिन आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन सीवाईएसएस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक धनखड़ को हिरासत में लेकर नजर बंद कर दिया। जब मुख्यमंत्री हेलीपैड पर पहुंचे, उसके बाद उन्हें रिहा किया गया।
छात्रों की समस्याओं को लेकर सीएम से मिलना चाहता था छात्र संगठन
छात्र नेता दीपक धनखड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह हर बार प्रशासन के साथ मिलकर बातचीत के माध्यम से मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगते हैं, लेकिन उन्हें झूठ बोलकर बुलाया जाता है और बाद में गिरफ्तार कर उन पर झूठा मुकदमा लगा दिया जाता है। एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह बेहद खतरनाक है कि किसी एक छात्र संगठन के साथ पक्षपात किया जाए। इससे लगता है कि सरकार और प्रशासन आम आदमी पार्टी की छात्र विंग से डरता है। वह एक दशक से छात्रों की आवाज उठते रहे हैं और उसके चलते उन पर आठ मुकदमें लग चुके हैं। आज भी वे मुख्यमंत्री के सामने नई शिक्षा नीति, विश्वविद्यालय में खाली पड़े रिक्त पद भरने, विश्वविद्यालय का खुद का कॉलेज बनवाने, रुकी हुई स्कॉलरशिप दिलवाने जैसी मांगों को लेकर मिलना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया।
झूठ बोलकर पुलिस प्रशासन ने फैकल्टी हाउस बुलाया
छात्र नेता दीपक धनखड़ ने कहा कि प्रदर्शन करने की बजाय प्रशासन के आश्वासन पर सीएम से शांतिपूर्वक मिलना चाहते थे, लेकिन उनके साथ प्रशासन ने धोखा किया। धोखे से उन्हें फैकल्टी हाउस बुलाया और एक कमरे में ले जाकर नजरबंद कर लिया। दीपक धनखड़ ने कहा कि भविष्य में जब भी मुख्यमंत्री का एमडीयू में दौरा होगा, वे बिना प्रशासन के बहकावे में आकर खुलकर विद्यार्थियों की आवाज उठाएंगे और सरकार की गलत नीतियों व मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे।