Logo
हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर सीजफायर के बावजूद पुलिस ने किसानों पर फिर से टियर बम बरसाए। इसमें दो निहंग समेत कई किसान जख्मी हो गए। साथ ही 2 लोगों की मौत भी हो गई।

Ambala: शंभू बॉर्डर पर सीजफायर के बावजूद पुलिस ने किसानों पर फिर से टियर बम बरसाए। इसमें दो निहंग समेत कई किसान जख्मी हो गए। पुलिस का कहना है कि किसानों के बैरिकेड की तरफ आने से उन्हें कार्रवाई करनी पड़ी। उधर दिल्ली कूच के लिए बॉर्डर पर आए बुजुर्ग किसान ज्ञान सिंह की मौत हो गई। हार्ट अटैक को मौत की वजह बताया जा रहा है। ड्यूटी पर तैनात जीआरपी के एक सब इंस्पेक्टर हीरालाल ने भी दम तोड़ दिया। अभी उनकी मौत की वजह सार्वजनिक नहीं हो पाई है।

कई बार पुलिस ने छोड़े बम

केंद्र व किसानों के बीच चौथे दौर की बातचीत रविवार को तय है। बीते रोज केंद्र सरकार की ओर से किसानों को आश्वस्त किया गया कि तब तक उन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी। मगर चौथे दिन शंभू बॉर्डर पर सीजफायर होने के बावजूद कई बार टियर बम बरसाए गए। इसमें कई किसान बुरी तरह जख्मी हो गए। हालांकि पुलिस इसके लिए किसानों को ही दोषी ठहरा रही है। पुलिस जवानों का कहना है कि किसान बैरिकेड की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। इसी वजह से उन्हें जवाबी कार्रवाई करनी पड़ रही है। जख्मी हुए किसानों का मौके पर ही उपचार किया जा रहा है। जबकि बुरी तरह जख्मी हुए एक निहंग को पास के सरकारी अस्पताल में भेजा गया।

बॉर्डर पर दो की हो गई मौत

शंभू बॉर्डर पर तैनात जीआरपी के सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई। पता चला है कि हीरालाल यहां सुरक्षा में तैनात था। टियर बमों की गैस से उसकी तबीयत बिगड़ने की बात कही जा रही है। इसी वजह से उसने दम तोड़ दिया। पानीपत के गांव चुलकाना के रहने वाले हीरालाल की पोस्टिंग समालखा चौकी में थी। दूसरी ओर आंदोलन में शामिल किसान ज्ञान सिंह की भी मौत हो गई। हार्ट अटैक से जान गंवाने वाले किसान ज्ञान सिंह का शव अब किसान शंभू बॉर्डर पर लाने की बात कह रहे हैं। ज्ञान सिंह पंजाब के जिला गुरदासपुर के गांव चाचौकी का रहने वाला था। 63 वर्षीय ज्ञान सिंह 11 फरवरी को किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के जत्थे के साथ शंभू बॉर्डर पर आया था।

बॉर्डर पर फिर तनाव की स्थिति

सीजफायर के बावजूद शुक्रवार को कई बार किसानों पर बमबारी हुई। इसकी वजह से अब फिर शंभू बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बन गई। किसानों का आरोप है कि सरकार अपने वायदे से मुकर रही है। सहमति के बावजूद उन पर टियर बम बरसाए जा रहे हैं। इसमें कई किसान बुरी तरह जख्मी हो गए। इसके कारण किसान भड़के हुए हैं। फिलहाल किसानों नेताओं ने युवाओं को शांति रखने की अपील की है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे ऐसी कोई हरकत न करें जिससे तनाव की स्थिति बने।

5379487