TMC Delegation Meets Farmers: पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर लगभग चार महीने से आंदोलन कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले शुरू हुए आंदोलन को लेकर किसानों को उम्मीद थी की चुनाव से पहले उनकी मांगों को केंद्र सरकार मान लेगी और उन्हें लिखित आश्वासन दे देगी। हालांकि, किसानों का ये अंदाजा प्रदर्शन के शुरुआत में कुछ हद तक सच साबित होता हुआ भी दिखा।
केंद्र सरकार के मंत्री किसानों को मनाने के लिए लगभग पांच दौर की बातचीत की। हालांकि, वे बेनतीजा रही है। इस बीच लोकसभा चुनाव खत्म होते ही विपक्षी दलों के सांसदों का किसानों से मुलाकात का सिलसिला शुरु हो गया है। दरअसल, TMC का प्रतिनिधिमंडल आज किसानों से मुलाकात की और उन्हें मदद का भरोसा दिया है।
#WATCH | TMC's Rajya Sabha MP Sagarika Ghose says, "...We stand with the farmers...Mamata Banerjee has always agitated for the farmers...We will continue to raise the issue of farmers..." pic.twitter.com/CkmuXGH0W3
— ANI (@ANI) June 10, 2024
खनौरी बॉर्डर पहुंचा TMC का प्रतिनिधिमंडल
हरियाणा के कैथल में आज सोमवार को TMC का प्रतिनिधिमंडल ने दाता सिंह वाला और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात की। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि वे अपना 'मांगपत्र' नवगठित NDA सरकार को भेजेंगे। वहीं, प्रतिनिधिमंडल के दौरा के बारे में जानकारी देते हुए तृणमूल कांग्रेस की सांसद सागरिका घोष ने कहा कि ममता बनर्जी की ओर से हम यहां सहानुभूति और समर्थन जताने के लिए किसानों से मुलाकात करने आए हैं, हम लोग किसानों के साथ खड़े हैं।
#WATCH | Haryana: A delegation of TMC MPs meet protesting farmers at Data Singhwala-Khanauri border.
— ANI (@ANI) June 10, 2024
The protesting farmers say that they will send their 'demand chart' to the newly-formed NDA Government. pic.twitter.com/KcaI2uyj1h
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उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने लगातार किसानों के लिए भी आंदोलन किया है, 2020 में जब बड़ा किसान आंदोलन चला उस समय हमारी पार्टी पहली पार्टी थी जिसने किसान नेताओं से बात की थी। हम हर समय किसान के साथ थे, हैं और रहेंगे। किसानों के मुद्दे हमेशा उठाते रहेंगे। किसान की मांग और समस्याएं हैं, जो पीड़ा है वो अभी भी है। ये मुद्दे लगातार हम संसद में उठाएंगे।