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हरियाणा में सफर स्कूली बच्चों पर भारी पड़ रहा है। बुधवार को नूंह के घासेड़ा में पानी के टैंकर से ऑटों की टक्कर होने से ऑटों में सवार एक ही परिवार के 9 बच्चे घायल हो गए। परिवार ने हादसे के पीछे साजिश का आरोप लगाया है।

नूंह। बुधवार सुबह घासेड़ा गांव के एक ही परिवार के बच्चे आटो में सवार होकर स्कूल जा रहे थे। सुबह करीब साढ़े आठ बजे जब आटो स्कूल के पास पहुंचा तो उसकी टक्कर सड़क पर खड़े पानी की टैंकर से हो गई। हादसे से गांव में हड़कंप मच गया तथा लोग घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े तथा घटना की सूचना पुलिस को देकर ऑटों में फंसें बच्चों को बाहन निकालकर मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। हादसे में ऑटो में सवार 9 बच्चे घायल हो गए। हादसे में ऑटो भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा आटो चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

सरकारी स्कूल के छात्र

हादसे में घायल हुए एक ही परिवार के नौ छात्र सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। सुबह सभी ऑटो में सवार होकर जा रहे थे तथा स्कूल के पास पहुंचने के बाद ऑटो का एक्सीडेंट हो गया। घायलों में सलमान (10), आसमा (15), नाजरीन (12), साबरुन (11), फरान (10), रियाज (9), अफसा (10) और उसमान (10) शामिल हैं।

स्कूल से करीब तीन किलोमीटर दूर है घर 

ऑटो टैकर की टक्कर में घायल हुए सभी बच्चे घासड़े निवासी दो भाईयों क्यूम व मुस्ताक के हैं। बताया जाता है कि क्यूम व मुस्ताक इकट्ठे रहते हैं तथा घर स्कूल से करीब तीन किलोमीटर दूर है। जिस कारण बच्चों के स्कूल आने जाने के लिए अपने स्तर पर ऑटो की व्यवस्था की हुई है। रोजाना की तरह बुधवार को भी घर के सभी बच्चे ऑटो में सवार होकर घर से स्कूल के लिए निकले थे। परिजनों को जैसे ही एक्सीडेंट की सूचना मिली तो वह घटना स्थल और मेडिकल कॉलेज की तरफ दौड़ पड़े। फिल्हाल नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में सभी बच्चों का उपचार चल रहा है।

मुस्ताक बोले, साजिश कर करवाया हादसा

मुस्ताक ने कहा कि जिस ऑटो में सवार होकर उनके परिवार के बच्चे स्कूल जा रहे थे, एक साजिश के तहत ऑटो का एक्सीडेंट करवाया गया है। हमारे विरोधी पक्ष के कुछ लोगों से बाइक पर सवार होकर आए कुछ लोगों ने डंडे से आटो का रास्ता रोकने का प्रयास किया। जिससे बचने के प्रयास में ऑटो का बैंलेस बिगड़ने गया तथा यह हादसा हो गया। जबकि कुछ लोग हादसे का कारण ओवर स्पीड बता रहे हैं। आरोप प्रत्यारोपों के बीच फंसे हादसे की असली वजह चाहे जो भी हो, परंतु इससे तो इंकार नहीं किया जा सकता है कि हादसे से बच्चों की जान जोखिम में पड़ गई थी। हादसा साजिश है या लापरवाही अब यह तो पुलिस जांच के बाद ही पता चल पाएगा।

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