Rewari: प्राइवेट स्कूल बसों पर महेंद्रगढ़ हादसे के बाद भी बड़ी संख्या में चालकों के हालात बदले नहीं हैं। कोसली के आरपीएस स्कूल की वैन का चालक शराब के नशे में बच्चों को लेने के लिए पहुंच गया। एक बच्ची के अभिभावक ने चालक को रोकने का प्रयास किया, तो वह वैन लेकर भाग गया। अभिभावक ने तुरंत ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को ई-मेल से शिकायत दर्ज कराई, तो आरटीए सचिव ने स्कूल संचालक को नोटिस जारी कर दिया। वीरवार को स्कूल प्राचार्या ने नोटिस के जवाब में एक ओर जहां चालक को क्लीनचिट दे दी, तो दूसरी ओर उसे नौकरी से सस्पेंड करने की बात कही है।
शराब के नशे में था वैन का चालक
कोसली के पास झज्जर के अकेहड़ी मदनपुर निवासी हरिओम शर्मा ने ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को ई-मेल से बीते बुधवार को एक शिकायत प्रेषित की। हरिओम शर्मा ने बताया कि उसकी बच्ची आरपीएस स्कूल कोसली में पढ़ती है। जब वह अपनी बच्ची को वैन में बैठाने के लिए आया, तो वैन चालक शराब के नशे में था। वैन में कोई अटैंडेंट भी नहीं था। पूछताछ करने पर चालक वैन को लेकर भाग गया। वह बाद में स्कूल पहुंचा और स्कूल प्रबंधन से चालक की शिकायत की, तो प्रबंधन का अजीब जवाब मिला। ट्रांसपोर्ट का जिम्मा संभालने वाले नरेश नामक व्यक्ति ने बताया कि उसे यह तो पता है कि चालक शराब पीता है, लेकिन यह नहीं पता कि दिन में भी शराब का सेवन करता है। उसने ड्राइवर के खिलाफ एक्शन लेने की बात भी कही।
आरटीए सचिव ने मांगा प्रबंधन से जवाब
आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार ने तत्काल एक्शन लेते हुए स्कूल प्रबंधन को बुधवार को ही एक नोटिस जारी कर दिया, जिसमें वीरवार दोपहर 12 बजे तक जवाब देने के आदेश दिए गए। स्कूल प्रबंधन से चालक का लाइसेंस भी पेश करने को कहा गया। नोटिस में चेतावनी दी गई कि अगर निर्धारित समय सीमा में जवाब नहीं दिया गया, तो स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा विभाग से सिफारिश की जाएगी। इसके बाद स्कूल प्रबंधन में भी हड़कंप मच गया। स्कूल प्राचार्या ने आरटीए सचिव को नोटिस का जवाब भेज दिया।
बचाव करते हुए चालक किया सस्पेंड
नोटिस मिलने के बाद तुरंत हरकत में आई स्कूल प्राचार्या संजना कटोच ने वीरवार को आरटीए सचिव को अपना जवाब भेजा। प्राचार्या ने स्कूल प्रबंधन की सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए लिखा कि स्कूल प्रबंधन ने अभिभावक की शिकायत के तुरंत बाद स्टाफ को चालक की जांच करने के निर्देश दे दिए थे। उसकी एल्कोहल मीटर से जांच कराई गई, लेकिन वह शराब के नशे में नहीं मिला। इसके बावजूद उसे सस्पेंड करते हुए स्कूल वैन से हटा दिया गया है। उसके लाइसेंस की डिटेल भी प्रेषित की गई है।
अभिभावक को रास नहीं आ रहा जवाब
दूसरी ओर शिकायत करने वाले अभिभावक हरिओम शर्मा ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की ओर से गलत जवाब दिया गया है। उन्होंने ट्रांसपोर्ट का कार्य देखने वाले नरेश से फोन पर बात की थी। नरेश ने भी स्वीकार किया कि चालक शराब पीए हुए था। उसकी रिकॉर्डिंग भी होने का दावा किया है। बहरहाल इस घटना के बाद यह बात साफ हो जाती है कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी को लेकर प्राइवेट स्कूल अभी तक गंभीर नजर नहीं आ रहे।
स्कूल प्रबंधन ने भेज दिया जवाब
आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद स्कूल को नोटिस दिया गया था। स्कूल प्राचार्या की ओर से नोटिस का जवाब दिया गया है। आरोपी चालक को वैन से हटा दिया गया है। आरटीए स्टाफ की ओर से बसों की चेकिंग समय-समय पर कराई जा रही है। नियमों की उल्लंघना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।