Haryana: हरियाणा में लोकसभा आम चुनाव 2024 में एक नया रिकॉर्ड बन गया है। 20 साल बाद पहली बार ऐसा मौका आया है कि राज्य में कहीं कोई री-पोल नहीं हुआ। राज्य में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से मतदान करवाया गया है। प्रदेश में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाए गए चुनावों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने भी इसकी सराहना की है। वहीं, हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव संपन्न करवाने में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को बधाई दी और काउंटिंग को भी सही तरीके से संपन्न करवाने के निर्देश दिए।
2004 से 19 तक हर बार हुआ री पोल
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि 2004 से 2019 तक के लोकसभा चुनावों की यह कहानी रही है कि हर बार कभी न कभी री-पोलिंग अवश्य हुई है। उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 2004 के लोकसभा आम चुनावों के दौरान हरियाणा में 12 मई 2004 को अंबाला, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, फरीदाबाद और भिवानी लोकसभा क्षेत्रों में कुल 11 मतदान केंद्रों पर पुनः मतदान हुआ था। इसी प्रकार, 2009 के लोकसभा चुनावों में सिरसा लोकसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर 13 मई 2009 को पुनः मतदान हुआ था।
2014 में 2019 में भी हुआ री पोल
अनुराग अग्रवाल ने बताया कि 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र में 15 मई, 2014 को कुल 8 मतदान केंद्रों पर पुनः मतदान हुआ था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनावों में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में 19 मई 2019 को एक मतदान केंद्र पर पुनः मतदान हुआ था। इस बार 2024 के चुनावों में कहीं पर भी दोबारा मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी। इसके लिए मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी अधिकारी, कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य स्टाफ भी सराहना के पात्र हैं। अब 4 जून को काउंटिंग के दौरान भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए ईमानदारी से कार्य करें।