Rewari: दो दिन से आसमान में बादल छाने के बाद एक बार फिर से मौसम का मिजाज ठंडा हो गया है। हवा की रफ्तार तेज होने के कारण दिन भर लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ा। प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सूरज और बादलों के बीच आंख-मिचौली चलती रही। 14 फरवरी से मौसम साफ होने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद अगले सप्ताह एक बार फिर से मौसम में बदलाव आ सकता है।
सुबह देखने को मिला कोहरे का प्रकोप
मंगलवार सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे। सुबह कई दिनों के बाद कोहरे का प्रकोप भी देखने को मिला, परंतु इसकी दृश्यता ज्यादा खराब नहीं थी। दो दिन से बादल छाने के बाद तापमान में मामूली वृद्धि के बावजूद ठंड का असर बना रहा। अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 23 पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम 2 डिग्री सेल्सियास बढ़कर 6.5 पर पहुंच गया। बीते सप्ताह मौसम साफ रहने से ठंड का असर काफी कम हो गया था। दोपहर के समय तो मौसम गर्म होने के बाद गर्म वस्त्र भी शरीर को चुभने लगे थे। मौसम में बदलाव के बाद सुबह के समय काफी ठंड रही, जिससे लोगों को एक बार फिर से ठंड ने कंपकंपाया।
ठंडी हवा से लोगों को होता रहा सर्दी का अहसास
मौसम में आए बदलाव के बाद मंगलवार को दोपहर बाद बादल छंटने से हल्की धूप निकली। हवा की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा रही, जिससे दिन भर लोगों को सर्दी का अहसास होता रहा। सर्दी की विदाई का सीजन करीब आ गया है। मौसम विभाग के अनुसार फरवरी के दूसरे पखवाड़े में सर्दी का असर काफी कम हो जाएगा। सुबह और शाम के समय ही मौसम ठंडा बना रहेगा। बुधवार से एक बार फिर मौसम साफ होने की संभावना है, जिससे तापमान में तेजी से वृद्धि होना शुरू हो जाएगा। अगले सप्ताह एक बार फिर मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है।
रेड लाइन पर पहुंच गया एक्यूआई
मौसम में बदलाव का असर प्रदूषण पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। तीन दिन से एक्यूआई लगातार बढ़ रहा है। बुधवार सुबह धारूहेड़ा का एक्यूआई 302 पर पहुंच गया था, जिसे काफी खतरनाक माना जाता है। हालांकि दोपहर बाद एक्यूआई में मामूली गिरावट दर्ज की गई। सुबह से ही आसमान में धुआं छाया रहा। एक्यूआई बढ़ने का कारण सड़क निर्माणकार्य में आई तेजी माना जा रहा है। एचएसपीसीबी के आरओ हरीश कुमार ने बताया कि सउ़कों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है, ताकि एक्यूआई में कमी लाई जा सके।
बिजली की मांग बढ़ने से कट शुरू
मौसम में बदलाव के साथ ही बिजली की खपत एक बार फिर से बढ़ने लगी है। निगम सूत्रों के अनुसार इस समय बिजली की खपत 130 लाख यूनिट के आसपास चल रही है। कृषि क्षेत्र में बिजली की मांग ज्यादा है। सुबह और शाम के समय पावर कट लगाए जा रहे हैं। मौसम गर्म होने के बाद भी कृषि क्षेत्र में बिजली की मांग में कमी नहीं आएगी। इस समय किसान फसलों की सिंचाई में लगे हुए हैं। पछेती सरसों और गेहूं को इस समय सिंचाई की ज्यादा जरूरत है।