Hisar: हिसार व आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार की सुबह अत्याधिक कोहरे में लिपटी हुई आई। विजिबिलिटी बहुत कम होने के कारण वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। रेलसेवाओं पर भी व्यापक असर देखने को मिला। लंबी दूरी की अधिकतर यात्री रेलगाड़ियों में अपने निर्धारित समय से कई घंटों की देरी से आवागमन कर रही थी। इसके चलते यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। हिसार के अधिकतम पारे में लगातार गिरावट का दौर जारी है। पिछले 48 घंटे में दिन का पारा करीब 7 डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़का है। मंगलवार को अधिकतम पारा 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आसमान से बूंदों की तरह गिरी ओस
ठंड के कारण आसमान से बूंदों की तरह ओस गिर रही थी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार आसमान से गिरी ओस रूपी बूंदों से गेहूं की फसल को खूब फायदा पहुंचेगा। उधर, मौसम वैज्ञानिकों ने बुधवार से मौसम में परिवर्तन आने की संभावना जताई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले तीन दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते बादलवाई तथा कहीं-कहीं बूंदाबांदी की संभावना है।
लगातार कोहरे का दिख रहा प्रकोप
जानकारी के अनुसार इस बार जनवरी माह में लगातार कोहरे का प्रकोप देखने को मिला है। चार-पांच दिन को छोड़ दिया जाए तो लगातार घना कोहरा देखने को मिला। मंगलवार की रात्रि से ही गहरी धुंध छाने लगी। सुबह घना कोहरा छाया रहा जिस कारण दृश्यता 30 से 50 मीटर तक सिमट गई। ग्रामीण क्षेत्रों में दृश्यता इससे भी कम रही। इस कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी। उधर, न्यूनतम तापमान बढ़ने से भले ही लोगों को कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली हो, लेकिन कोहरा व बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। देर रात से छाया कोहरा सुबह बूंदों की तरफ बरसता रहा।
कल मौसम में आएगा बदलाव
हकृवि के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार हरियाणा में मौसम आमतौर पर 31 जनवरी तक खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान हल्की गति से शीत हवाएं चलने की संभावना है जिससे राज्य में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी रहने परंतु रात्रि तापमान में हल्की गिरावट होने की संभावना है। इस दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में अलसुबह धुंध रहने की संभावना है। इसी बीच लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 31 जनवरी रात्रि से 3 फरवरी के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच-बीच में आंशिक बादल रहने तथा हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की भी संभावना है जिससे रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी तथा दिन के तापमान में फिर से गिरावट आने की संभावना है।
गेहूं की अच्छी पैदावार की उम्मीद
हकृवि के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने कहा कि वर्तमान मौसम फसलों के अनुकूल बना हुआ है। दो-तीन दिन में बारिश होने की संभावना है यह फसलों के लिए सोने पर सुहागा साबित होगा। प्रदेश के कई हिस्सों में बीच-बीच में धूप भी निकल रहा है। इसके चलते गेहूं की बढ़वार फिलहाल सामान्य है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते इस बार गेहूं की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि गेहूं व सरसों पर पाला का कहीं असर है तो यह बारिश के बाद कम हो जाएगा।<