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हरियाणा में साल में पहली बार मौसम का मिजाज इस बात के संकेत दे रहा है कि लोगों को अब कूलर और एसी तैयार कर लेने चाहिए। गर्मी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। गर्मी के तेवर तल्ख होने शुरू हो गए हैं। पहली बार तापमान 34 डिग्री पर पहुंच गया। लेकिन 24 मार्च को बादल फिर गहरा सकते हैं।

Haryana: साल में पहली बार मौसम का मिजाज इस बात के संकेत दे रहा है कि लोगों को अब कूलर और एसी तैयार कर लेने चाहिए। गर्मी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। गर्मी के तेवर तल्ख होने शुरू हो गए हैं। पंखे चलना एक पखवाड़ा पहले ही शुरू हो गया था। अब कूलर और एसी की बारी आ रही है। शनिवार का दिन इस साल का सबसे गर्म दिन रहा। अधिकतम तापमान पहली बार 34 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। रविवार को आसमान में एक बार फिर बादल छा सकते हैं, लेकिन बरसात की संभावना नहीं है।

24 मार्च को फिर गहरा सकते हैं बादल

गत वर्ष की तुलना में इस बार गर्मी की शुरूआत देरी से हो रही है। गत वर्ष मार्च के शुरू में ही तापमान 33 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। इस बार मार्च के शुरू में हुई ओलावृष्टि ने तापमान बढ़ने से रोक दिया। मौसम में बार-बार बदलाव आने के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव लगातार बना रहा। तापमान बढ़ने से सुबह से ही गर्मी पसीने छुड़ाने का काम करती रही। सुबह के समय हल्की ठंड का असर भी अब खत्म होने लगा है। रात को पंखे चलने शुरू हो गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से 24 मार्च को आसमान में बादल गहरा सकते हैं। इससे तापमान में कमी दर्ज की जा सकती है। आने वाले सप्ताह में मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाएगा। होली पर्व के बाद गर्मी अपने रंग में आनी शुरू हो जाएगी। मौसम में बदलाव और फसल कटाई से मच्छरों का प्रकोप बढ़ना शुरू हो गया है।

गेहूं की कटाई का कार्य भी हुआ शुरू

मौसम ने किसानों का अच्छा साथ दिया है। सरसों की फसल को इस बार पाला जमने से नुकसान नहीं हुआ। अधिक बरसात या ओलावृष्टि नहीं होने से गेहूं और सरसों की फसलों का अच्छा पकाव हुआ है। कुछ दिनों तक मौसम मेहरबान बना रहा, तो गेहूं की फसल भी सलामत रहेगी। इससे दोनों फसलों का अच्छा उत्पादन होने की संभावना है। सरसों की कटाई का कार्य लगभग पूरा होने जा रहा है। अगेती गेहूं की फसल की कटाई का कार्य भी शुरू हो गया है।

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