Mahendragarh: गांव दुलोठ अहीर निवासी एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों के चलते कमरे में पंखे पर फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। पुलिस ने मृतक के शव को पंखे से उतारकर नागरिक अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। मृतक ने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी को मौत का जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने मृतक का सोमवार को नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया। इसके अलावा पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर मृतक की पत्नी सविता व सास अंगूरी देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पत्नी व सास से परेशान था मृतक युवक
मृतक के भाई दीपक ने बताया कि वह गांव दुलोठ अहीर का स्थाई निवासी है। बीती रात्रि को वह अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए गुरुग्राम से गांव दुलोठ अहीर आया था। वह अपने भाई अशोक से मिला। इस दौरान अशोक ने बताया कि वैसे तो वह ठीक हैं। लेकिन पत्नी सविता व उसकी मां अंगूरी देवी से परेशान हैं। उसने पूरी कोशिश की उसको खुश रखने की। लेकिन वह अपने बच्चों व मेरी कोई फिक्र नहीं करती। वह भी बहुत दिनों से नोटिस कर रहा हैं कि अशोक इन सबकी वजह से परेशान हो रहा था। बच्चों के साथ भी अशोक की पत्नि का कोई लगाव नहीं था। इन सब बातों की वजह से अशोक डिप्रेशन में था।
अशोक को सास व पत्नी देती थी धमकी
मृतक के भाई ने बताया कि पिछले छह महीने से सविता और उसकी मां ने अशोक को परेशान कर रखा था। बार-बार मर जाने और जेल भेजने की धमकी भी देते थे। उसने व परिजनों ने बहुत कोशिश की लाने की, लेकिन सविता ने नहीं भेजा। इसके अलावा घर में कोई भी परेशानी नहीं थी। अशोक को बार-बार उसके बच्चे छीनने की धमकी देते रहते थे। अशोक को अपने बच्चों की बहुत फ्रिक थी। लेकिन सविता का बच्चों पर कोई प्रेम भावना नहीं थी। दीपक ने पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर मृतक की पत्नी सविता व उसकी सास के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मृतक की जेब से बरामद हुआ सुसाइड नोट
पुलिस ने जब मृतक अशोक को पंखे से नीचे उतारा तो उसकी जेब से लाइनदार कागज पर एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा कि मैं मर्जी से मर रहा हूं। मैं अपनी पत्नी को बर्दाश्त नहीं कर सका। मेरे दो बच्चे हर्ष व गोतम को मेरी पत्नी से बचा लेना। अशोक की आखिरी इच्छा है कि मेरे बच्चों को बचा लेना और सविता को मेरे बच्चे मत देना। मम्मी तू खुश रहना। पुलिस ने मृतक का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया।