पंचकूला में भाला फेंक प्रतियोगिता : हरियाणा के पंचकूला में 24 मई को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के नाम पर भाला फेंक प्रतियोगिता नीरज चोपड़ा क्लासिक का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता ताऊ देवी लाल स्टेडियम में होगी, जहां नीरज ने अपने करियर के शुरुआती दिन बिताए थे। इस ऐतिहासिक आयोजन को वर्ल्ड एथलेटिक्स की मंजूरी मिल चुकी है और इसे वर्ल्ड एथलेटिक्स 'A' कैटेगरी का दर्जा प्राप्त है, जो इसे एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय इवेंट बनाता है।
वर्ल्ड एथलेटिक्स ‘A’ कैटेगरी का दर्जा और क्वालीफाइंग इवेंट
नीरज चोपड़ा क्लासिक को वर्ल्ड एथलेटिक्स द्वारा 'A' श्रेणी का दर्जा मिलने से यह प्रतियोगिता वैश्विक एथलेटिक्स कैलेंडर का हिस्सा बन गई है। इसके साथ ही यह प्रतियोगिता वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप (जो 13-21 सितंबर, टोक्यो में होगी) के लिए क्वालीफाई करने का एक महत्वपूर्ण मौका बनेगी। इस प्रतियोगिता में दुनियाभर के शीर्ष 10 पुरुष और महिला भाला फेंक खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
नीरज ने 2021 के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था
नीरज चोपड़ा ने 2021 के टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता था, इस प्रतियोगिता के माध्यम से भारतीय मिट्टी पर प्रतिस्पर्धा करते हुए नजर आएंगे। उनकी वापसी भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक महत्वपूर्ण पल है, क्योंकि नीरज चोपड़ा की कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें देश का गर्व बना दिया है।
भारत को विश्व स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता का केंद्र बनाने की दिशा में कदम
यह आयोजन न केवल भारत में भाला फेंक के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रस्तुत करेगा, बल्कि इसके जरिए भारत को विश्व स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता का केंद्र बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया जाएगा। नीरज चोपड़ा ने इस टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए JSW स्पोर्ट्स और एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) के साथ साझेदारी की है। यह प्रतियोगिता भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है, और इसका उद्देश्य भविष्य में अन्य ट्रैक और फील्ड इवेंट्स को भी शामिल करके एक वार्षिक आयोजन के रूप में इसे स्थापित करना है।
तकनीकी टीमें अप्रैल के अंतिम सप्ताह में पंचकूला पहुंचेंगी
इस टूर्नामेंट की तैयारियां जोरों पर हैं और तकनीकी टीमें अप्रैल के अंतिम सप्ताह में पंचकूला पहुंचने वाली हैं। आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रतियोगिता का स्तर वैश्विक हो, ताकि खिलाड़ी और दर्शक दोनों ही इसे एक यादगार अनुभव मानें। नीरज चोपड़ा के लिए यह आयोजन केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन का एक अहम हिस्सा भी है। नीरज ने इस प्रतियोगिता के जरिए न केवल अपने खेल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, बल्कि उन्होंने भारतीय एथलेटिक्स को भी एक नया मंच प्रदान किया है। यह प्रतियोगिता नीरज के पूर्व प्रशिक्षकों और उनके साथियों के लिए भी एक भावनात्मक पल होगी, क्योंकि इस स्टेडियम में नीरज ने अपने करियर की शुरुआत की थी।
वर्ल्ड एथलेटिक्स की स्वीकृति
इस प्रतियोगिता के लिए विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन कोए ने जनवरी में अपना समर्थन व्यक्त किया था। इसके बाद से ही यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया और एथलेटिक्स की दुनिया में एक नई उम्मीद जगी। सेबेस्टियन कोए ने कहा कि इस तरह के इवेंट्स से न केवल एथलेटिक्स को बढ़ावा मिलता है, बल्कि खिलाड़ी भी नई चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी क्षमता को साबित कर पाते हैं।
आगामी वर्षों में एक प्रमुख वार्षिक इवेंट के रूप में विकसित किया जाएगा
यह आयोजन भारतीय एथलेटिक्स के भविष्य के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बनेगा। नीरज चोपड़ा क्लासिक के सफल आयोजन के बाद, इसे आगामी वर्षों में एक प्रमुख वार्षिक इवेंट के रूप में विकसित किया जाएगा। इस प्रकार के इवेंट्स से भारतीय खिलाड़ियों को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलेगा, जिससे भारतीय खेलों में और भी सुधार की उम्मीदें बढ़ेंगी। नीरज चोपड़ा क्लासिक न केवल एक खेल आयोजन है, बल्कि यह भारतीय एथलेटिक्स के भविष्य की दिशा तय करने में एक अहम कदम है। इस प्रतियोगिता के जरिए नीरज चोपड़ा और अन्य एथलीटों को एक नई पहचान मिलेगी और भारतीय खेलों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और मजबूती मिलेगी। 24 मई को होने वाली यह प्रतियोगिता निश्चित रूप से भारतीय खेल प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक पल साबित होगी।