काम शुरू होने से पहले ही फैक्ट्री में लगी आग : पानीपत में आग से यार्न का पूरा स्टॉक खाक, 3 घंटे बाद काबू पाया

Factory fire in Panipat.
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पानीपत में फैक्ट्री में लगी आग।
पानीपत के गोपाल नगर में यार्न फैक्ट्री में भीषण आग लगने से मशीनें, माल और शेड जलकर राख हो गए। फायर ब्रिगेड ने 3 घंटे में आग पर काबू पाया।

Factory caught fire before work started : पानीपत के काबड़ी रोड स्थित गोपाल नगर में मंगलवार सुबह एक यार्न फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में पूरी फैक्ट्री आग की चपेट में आ गई। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन मशीनरी, तैयार माल और फैक्ट्री बिल्डिंग को भारी नुकसान हुआ है।

फैक्ट्री बंद थी, बड़ी अनहोनी टली

गनीमत रही कि आग लगने के समय फैक्ट्री बंद थी और वहां कोई भी मजदूर मौजूद नहीं था। फैक्ट्री मालिक राकेश वधवा ने बताया कि अगर आग कुछ देर बाद लगती, तो लेबर अंदर पहुंच चुकी होती और जनहानि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था।

तीन साल से चल रही थी यार्न फैक्ट्री

राकेश वधवा ने बताया कि उनकी “वधवा यार्न” नाम की यह फैक्ट्री पिछले तीन वर्षों से गोपाल कॉलोनी में संचालित हो रही है। यहां कॉटन यार्न और कैनवस क्लोथ का निर्माण होता है। मंगलवार सुबह करीब 7:20 बजे उन्हें किसी स्थानीय निवासी से फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली। वे तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आग फैक्ट्री के लगभग हर हिस्से में फैल चुकी थी।

फायर ब्रिगेड की तत्परता से काबू पाया गया

जैसे ही आग लगने की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को मिली, तत्काल कार्रवाई करते हुए छह दमकल वाहनों को मौके पर भेजा गया। तीन घंटे की कड़ी मेहनत और रणनीतिक प्रयासों के बाद आखिरकार आग पर काबू पा लिया गया। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि पास जाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन समय रहते काबू पा लिया गया, जिससे आसपास की इमारतों को बचाया जा सका।

आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया

फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। फैक्ट्री प्रबंधन और पुलिस की ओर से आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक आशंका है कि शॉर्ट सर्किट इसकी वजह हो सकता है, लेकिन अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। फैक्ट्री के शेड भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिन्हें अब कंडम घोषित किया जा सकता है।

लाखों का हुआ नुकसान

आग से फैक्ट्री की मशीनें, कच्चा और तैयार माल, इलेक्ट्रिक वायरिंग, छत के शेड और अन्य जरूरी संसाधन पूरी तरह जलकर राख हो गए हैं। फैक्ट्री मालिक राकेश वधवा के अनुसार, कुल नुकसान का आकलन किया जा रहा है, लेकिन यह राशि लाखों में हो सकती है। उन्होंने प्रशासन से मदद की अपील भी की है।

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