Firing in Panipat: पानीपत से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक युवक ने "प्रधान जी" नहीं कहा तो इस बात से खफा कुछ लोगों ने युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग करने वाला कोई और नहीं बल्कि खुद उसका चचेरा भाई निकला। चचेरे भाई ने कुछ साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। जिसके बाद घायल युवक को आनन-फानन में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
प्रधान जी न कहने पर फायरिंग
पुलिस का कहना है कि बिरमाल पानीपत के गांव आसन कलां का रहने वाला है। वह खेतीबाड़ी करता है। 9 अगस्त को रात 8 बजे वह अपनी पत्नी, बेटा संदीप और बहू के साथ घर पर था। उस समय बिरमाल का छोटे भाई का बेटा मोनू गांव के लड़के संदीप के साथ उनके घर पर आ धमका। उस दौरान बिरमाल का बेटा संदीप घर के बाहर खड़ा था। तभी मोनू व संदीप हवा में हथियार लहराने लगे और 20 राउंड फायरिंग की भी की। जिसमें 6 गोलियां संदीप को लग गईं। जिसके बाद आरोपियों ने उसे गली में घसीटा।
जान से मारने की धमकी
संदीप आरोपियों के चंगुल से छूटकर घर के अंदर घुस गया। लेकिन आरोपी भी उसके साथ घर में घुस गए थे और संदीप पर चाकू से हमला कर दिया। मोनू ने अपनी जेब से बंदूक निकालकर बिरमाल को धमकी दी कि वह उसके पूरे परिवार को खत्म कर देगा। आरोपियों ने बिरमाल की पत्नी के साथ भी मारपीट की जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए थे। जांच में सामने आया है कि इन सब में आरोपियों के साथ बिरमाल के गांव का रहने वाला रवि चुलकाना भी शामिल था।
10 दिन पहले भी दी गई थी धमकी
घायल संदीप के भाई विक्रम का कहना है कि उसके चाचा का लड़का मोनू बदमाश तरह के लोगों के साथ रहता है। मोनू हमेशा संदीप को बोलता था कि वह उसे प्रधान जी कहा करें। इसके अलावा वह संदीप के घर वालों को भी फोर्स करता था कि वह सभी उसे प्रधान जी कहा करें। विक्रम ने बताया कि उसका भाई संदीप मोनू उसे प्रधान जी नहीं कहता था। जिसकी रंजिश मोनू रखे हुए था। 10 दिन पहले भी मोनू ने संदीप को इस बात को लेकर धमकी भी दी थी। जिसके बाद 9 अगस्त को रंजिश लिए मोनू साथियों के साथ वहां पहुंचा और गोलियां चलाई। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।