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हरियाणा के रेवाड़ी में रक्षाबंधन पर मुफ्त बस यात्रा का लाभ प्राइवेट बसों में न देने पर आरटीए टीम सक्रिय हुई और दो बसों के चालान काट दिए। ऐसे में बसों के अंदर यात्रियों से वसूला किराया वापस करवाया और महिलाओं को सुविधा मुहैया करवाई।

रेवाड़ी: रक्षाबंधन पर्व पर महिलाओं के लिए रोडवेज और सहकारी समिति की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा के सरकारी आदेशों की कई प्राइवेट बसों के कंडक्टरों ने जमकर धज्जियां उड़ार्इ। कई परिचालकों ने किराया देने से मना करने पर महिलाओं के साथ दुव्यर्वहार करते हुए जबरन किराया वसूला। दोपहर के समय आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार को इसकी शिकायत मिली, तो उन्होंने अपनी टीम मैदान में उतार दी। इसके बाद कई बसों के चालान काटे गए। आरटीए स्टाफ का एक्शन शुरू होते ही प्राइवेट बस ऑपरेटरों की नींद टूट गई। कई बसों में वसूली के बाद महिलाओं का किराया वापस किया गया।

मुफ्त यात्रा की दी थी सुविधा

सरकार की ओर से रक्षा बंधन पर्व पर हर साल मुफ्त यात्रा की सुविधा प्राइवेट और रोडवेज दोनों बसों में दी जाती है। कई बस ऑपरेटरों ने अनाड़ी किस्म के कंडक्टर बसों पर लगाए हुए हैं। उनके पास कंडेक्टर लाइसेंस तक नहीं हैं। उनके लिए किराया ही सबसे अधिक महत्व रखता है। कायदे-कानून की ऐसे कंडक्टरों को कोई परवाह नहीं है। सहकारी समितियों की बसों में भी रक्षा बंधन पर फ्री सुविधा होने के कारण कई ऑपरेटरों ने अपनी बसों को रूटों पर ही नहीं उतारा, ताकि उन्हें डीजल खर्च का नुकसान नहीं उठाना पड़े। हालांकि इन बसों को निर्धारित समय और रूट पर चलाना अनिवार्य होता है, परंतु बस मालिक बहानेबाजी बनाकर बसों को खड़ी कर देते हैं। इससे रोडवेज बसों में यात्रियों का दबाव बढ़ जाता है।

महेंद्रगढ़ रूट पर रहा ज्यादा आतंक

सोमवार को महेंद्रगढ़ रूट पर सुबह से ही सहकारी समिति की बसों में महिलाओं से किराए की वसूली का खेल चलता रहा। विरोध करने वाली महिलाओं के साथ दुर्व्यहार किया गया। झज्जर से रेवाड़ी आने के बाद महेंद्रगढ़ की बस में सवार हुए महिला यात्री प्रियंका ने बताया कि बस परिचालक ने उसके साथ जबरन किराया वसूल करने के लिए बदतमीजी की। कुछ महिलाओं को निर्धारित स्टैंड से पहले ही बस से उतार दिया गया। कई अन्य महिलाओं ने भी बस कंडक्टरों के व्यवहार को लेकर शिकायत की।

दोपहर को मैदान में उतरी टीम

शिकायत मिलने के बाद आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार ने इंस्पेक्टर नरेश कुमार की टीम को बसों की चेकिंग के लिए मैदान में उतार दिया। जब आरटीए की टीम ने डहीना बस स्टैंड पर एक बस रुकवाकर महिला यात्रियों से पूछताछ की, तो महिलाओं ने बताया कि परिचालक ने उनसे जबरदस्ती किराए की वसूली की है। इसके बाद इंस्पेक्टर ने महिला यात्रियों का किराया वापस कराते हुए बस का चालान कर दिया। बाद में एक ओर बस का चालान किया गया। इस बस की यात्रियों ने भी परिचालक के दुर्व्यहार की खुलकर पोल खोली।

एक्शन शुरू होते ही लाइन पर आए बस संचालक

दो बसों का चालान होने के साथ ही प्राइवेट बस ऑपरेटरों में हड़कंप मच गया। अन्य बसों के परिचालकों को तुरंत संदेश भेजकर बताया गया कि महिलाओं से किराए की वसूली नहीं की जाए। जिन महिलाओं से किराया लिया जा चुका है, उनका किराया तुरंत वापस किया जाए। कई बसों की चेकिंग के दौरान महिलाओं ने आरटीए स्टाफ को बताया कि पहले किराया वसूल किया गया था। बाद में उन्हें किराया लौटा दिया गया।

शिकायत मिलते ही लिया एक्शन

आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार ने बताया कि जैसे ही इस बात की शिकायत मिली कि प्राइवेट बसों में महिला यात्रियों से किराया वसूला जा रहा है, एक टीम को तुरंत मौके पर भेज दिया गया था। इस टीम ने नियमों की पालना नहीं करने वाली बसों के चालान भी किए और वसूला गया किराया भी वापस दिलाया।

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