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Cyber ​​fraud : हरियाणा के रोहतक जिले से एक बार फिर साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, जहां दो युवकों को क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट के नाम पर ठगी का शिकार बनाया गया। फर्जी कॉल और नकली वेबसाइट लिंक के जरिए आरोपियों ने पहले युवकों को विश्वास में लिया, फिर उनके बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ा लिए। पुलिस ने दोनों मामलों में साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

फर्जी कॉल पर भरोसा, खुद को बैंक अधिकारी बताया 

पीड़ित विकास कुमार मूल रूप से बिहार के सारण जिले का रहने वाला है और वर्तमान में रोहतक के हुमायूंपुर इलाके में किराए पर रह रहा है। उसने बताया कि उसके पास ICICI बैंक का क्रेडिट कार्ड है। कुछ दिन पहले उसके मोबाइल पर एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए कहा- आपके कार्ड में जमा रिवॉर्ड प्वाइंट्स को कैश में बदलकर आपके अकाउंट में ट्रांसफर किया जा सकता है। विकास के अनुसार, कॉलर ने एक फर्जी वेबसाइट लिंक [www.redeemrewards.in/icici] भेजा और कहा कि इस पर क्लिक कर रिवॉर्ड रिडीम किए जा सकते हैं। वेबसाइट पर ICICI बैंक की असली साइट जैसी इंटरफेस खुली, जिससे वह धोखे में आ गया।

कॉल पर निर्देशों के अनुसार उसने अपनी पर्सनल जानकारी और OTP भर दिया। कुछ ही मिनटों बाद उसके मोबाइल पर दो ट्रांजैक्शन के मैसेज आए — 70,202 और 70,202 — जो कि Flipkart पर खरीदारी के रूप में दिखाई दिए। विकास ने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी और साइबर क्राइम थाना, रोहतक में शिकायत दर्ज करवाई। SHO कुलदीप ने पुष्टि की कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और तकनीकी जांच जारी है।

दूसरे मामले में 2.30 लाख ठगे, 70 हजार वापस, लेकिन 1.60 लाख गंवाए 

इसी प्रकार लक्ष्मीनगर निवासी सोनू कुमार के साथ भी ऐसा ही साइबर फ्रॉड हुआ। सोनू ने बताया कि उसे भी क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स के नाम पर एक मैसेज आया, जिसमें लिंक भेजा गया। लिंक खोलने पर उसने अपनी डिटेल्स भरी और कुछ ही देर में उसके ICICI अकाउंट से भी भारी रकम कट गई। मेरे खाते से ₹2.30 लाख की ऑनलाइन खरीदारी कर ली गई थी। मैंने जब Flipkart कस्टमर केयर से संपर्क किया, तो करीब ₹70,000 का ऑर्डर कैंसिल करवा पाया, जिससे वो पैसे रिफंड हो गए। लेकिन शातिर ठगों ने इसके बाद भी ₹1.60 लाख की ठगी कर ली। सोनू ने भी इस संबंध में साइबर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया है।

बैंक और ई-कॉमर्स कंपनियों से भी डिटेल्स मांगी गई

रोहतक साइबर क्राइम थाना प्रभारी SHO कुलदीप ने कहा कि दोनों मामलों में तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। बैंक और ई-कॉमर्स कंपनियों से भी डिटेल्स मांगी गई हैं। हम जल्द ही इन साइबर अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।

ऐसे बचें ऑनलाइन ठगी से 

इन मामलों के सामने आने के बाद साइबर विशेषज्ञों ने आम जनता को सतर्क रहने की अपील की है। वे कहते हैं- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। बैंक कभी भी OTP,कार्ड नंबर, या CVV नहीं मांगता। रिवॉर्ड्स रिडीम करने के लिए केवल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या एप का ही इस्तेमाल करें। कॉलर कितना भी विश्वसनीय लगे, जानकारी देने से बचें। संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत पुलिस या बैंक से शिकायत करें।

डिजिटल लेन-देन के साथ साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़े 

साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना काल के बाद से डिजिटल लेन-देन बढ़ने के साथ ही साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। NCR, हरियाणा, और पंजाब में रिवॉर्ड्स, KYC, लकी ड्रॉ के नाम पर हजारों लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, हर महीने सिर्फ हरियाणा में 1000 से ज्यादा साइबर फ्रॉड केस रिपोर्ट हो रहे हैं, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा क्रेडिट कार्ड या UPI धोखाधड़ी से जुड़ा है। अगर आपके साथ भी ऐसा कोई साइबर फ्रॉड हुआ है, तो तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।

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