Rohtak News: रोहतक में पार्षद नीलम खत्री के बेटे का आज यानी 21 अक्टूबर सोमवार को इस्माईला से अपहरण हो गया है। घटना के बारे में पता लगने पर इस्माईला के लोग भारी संख्या में गांव के अड्डे पर इकट्ठा हो गए। इस्माईला के लोगों ने मांग की है कि अगर अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तो वह रोड जाम कर देंगे। बता दें कि इस मामले में जिला परिषद की चेयरमैन मंजू हुड्डा नाम सामने आया है, जिसके बाद उन्होंने एक वीडियो के जरिये बताया है कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है, उनकी छवि को खराब करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
सुबह हुआ अपहरण
जानकारी के मुताबिक, महिला पार्षद नीलम खत्री के 15 वर्षीय बेटे धैर्य आज सुबह करीब साढ़े छह बजे घूमने गए थे, इस दौरान धैर्य का इस्माईला से अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ताओं ने धैर्य को तीन घंटे बाद मिलन ढाबे के पास छोड़कर फरार हो गए। बता दें कि यह जिला परिषद की चेयरमैन मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने से दो दिन पहले हुआ है,जिसके बाद सियासत गर्म हो गई। मामले को लेकर इस्माईला गांव के सरकारी स्कूल में आज दोपहर को पंचायत भी हुई है। पंचायत में आसपास के गांवों के सरपंच और रोहतक कांग्रेस के लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी शामिल रहे।
महिला पार्षद के बेटे ने क्या कहा ?
महिला पार्षद के बेटे धैर्य ने अपने बयान में बताया कि पहले आरोपियों ने उसकी बाइक को टक्कर मारी और उसे पकड़कर जबरन गाड़ी में बैठा लिया। धैर्य ने बताया कि गाड़ी में 5 लोग सवार थे, पहले अपहरणकर्ता धैर्य को मिलन ढाबे पर ले गए, इसके बाद सुनारिया साइड ले गए। धैर्य का कहना है कि आरोपियों ने उसे कहा था कि अपने पापा को समझा ले, नहीं तो परसों इलेक्शन के बाद देख लेंगे। इसके बाद उसे मिलन ढाबे पर ही छोड़कर चले गए।
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मंजू हुड्डा के खिलाफ इसलिए जारी किया गया अविश्वास प्रस्ताव
अपहरणकर्ता अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। मंजू हुड्डा 2022 में जिला पार्षद बनी थीं, 26 जुलाई 2024 को जिला परिषद में जमकर हंगामा हुआ था, जिसके बाद वाइस चेयरमैन अनिल हुड्डा के नेतृत्व में पार्षदों ने डीसी अजय कुमार को एक पत्र सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि चेयरमैन मंजू हुड्डा ने अपना बहुमत खो दिया है, 14 में से 10 पार्षद मंजू के खिलाफ हैं। डीसी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 23 अक्टूबर की तारीख तय की गई है।